हम पंजाब के नये राज्यपाल कटारिया के साथ मिलकर काम करेंगे: मान

हम पंजाब के नये राज्यपाल कटारिया के साथ मिलकर काम करेंगे: मान

हम पंजाब के नये राज्यपाल कटारिया के साथ मिलकर काम करेंगे: मान
Modified Date: July 28, 2024 / 08:10 pm IST
Published Date: July 28, 2024 8:10 pm IST

चंडीगढ़, 28 जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि वह राज्य के नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के साथ मिलकर काम करेंगे। गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और वह बनवारीलाल पुरोहित की जगह लेंगे।

राष्ट्रपति भवन ने शनिवार रात कई राज्यों के लिए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पुरोहित ने इस साल फरवरी में अपना इस्तीफा दे दिया था।

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नये राज्यपाल की नियुक्ति के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मान ने कहा कि रविवार सुबह उन्होंने कटारिया से बात की थी और उन्होंने उन्हें बताया कि वह 31 जुलाई को शपथ लेंगे।

मान ने यहां 58 नई एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने नये राज्यपाल की नियुक्ति की है। हम नये राज्यपाल का स्वागत करेंगे। हम मिलकर काम करेंगे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पुरोहित का सम्मान करते हैं, लेकिन सीमावर्ती जिलों में उनके दौरे से वह खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पुरोहित ने ‘‘संघर्ष का माहौल’’ बनाने की कोशिश की थी।

उन्होंने पुरोहित द्वारा पहले बजट सत्र के लिए मंजूरी न देने और सत्र को अवैध घोषित करने पर भी आपत्ति जताई।

जालंधर की अपनी हाल की दो दिवसीय यात्रा का जिक्र करते हुए मान ने कहा कि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक उनके साथ नहीं जा सके, क्योंकि वे राज्यपाल के साथ सीमावर्ती जिलों के दौरे पर गए हुए थे।

मान ने कहा, ‘‘वह समानांतर सरकार कैसे चला सकते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि पुरोहित के इस्तीफे में उनकी कोई भूमिका नहीं है।

शुक्रवार को जब पुरोहित से पूछा गया कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया तो उन्होंने कहा था, ‘‘शायद मैंने सोचा कि मुख्यमंत्री मुझे पसंद नहीं करते।’’

मान ने बृहस्पतिवार को सीमावर्ती क्षेत्रों के दौरे को लेकर पुरोहित पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें ‘‘संघर्ष का माहौल’’ बनाने से बचना चाहिए और इसके बजाय एक विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी का उद्घाटन करना चाहिए।

पुरोहित ने सीमावर्ती जिलों के अपने दौरे के दौरान ग्रामीणों और पुलिस तथा केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठकें की थीं।

उन्होंने मंगलवार को गुरदासपुर और पठानकोट जिलों का तथा बुधवार को अमृतसर का दौरा किया था। राज्यपाल के रूप में यह उनका सातवां दौरा था।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत लंबित निधि के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मान ने कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं को रोकने के लिए एनएचएम के तहत केंद्र द्वारा लगभग 1,000 करोड़ रुपये की राशि रोक दी गई है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर पहले ही उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटा चुकी है।

उन्होंने केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यह कैसा लोकतंत्र है, जहां गैर-भाजपा शासित राज्य अपने अधिकारों के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। हम अपने अधिकारों को पाने के लिए लड़ेंगे।’’

मान ने भाजपा पर विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने और उनके खिलाफ फर्जी प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाया।

मान ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ मंगलवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेगा और तिहाड़ जेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य का मुद्दा उठाएगा।

उन्होंने कहा कि केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश से गठबंधन नेता इसमें शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह पेश किए गए केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘बजट में पंजाब का उल्लेख तक नहीं किया गया।’’

उन्होंने केंद्र से पंजाब को विशेष आर्थिक पैकेज देने की भी मांग की।

भाषा

देवेंद्र संतोष

संतोष


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