पश्चिम बंगाल: चुनाव मैदान में अभिनय जगत की कई हस्तियां

पश्चिम बंगाल: चुनाव मैदान में अभिनय जगत की कई हस्तियां

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  • Publish Date - May 4, 2024 / 08:35 PM IST,
    Updated On - May 4, 2024 / 08:35 PM IST

(सुप्रतीक सेनगुप्ता)

कोलकाता, चार मई (भाषा) पश्चिम बंगाल में प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा रूपहले पर्दे की हस्तियों को चुनाव मैदान में उतारने का चलन इस आम चुनाव में भी बदस्तूर जारी है, जहां गुजरे जमाने के अभिनेता समकालीन सितारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव लड़ रहे हैं।

फिल्मी हस्तियों की संख्या के लिहाज से राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पहले की तरह इस बार भी अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे है। राज्य में लोकसभा चुनाव लड़ रहे नौ फिल्मी सितारों में से छह टीएमसी के उम्मीदवार हैं।

वहीं, राज्य में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो फिल्मी हस्तियों को टिकट दिया है, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने विपक्षी वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश के तहत टॉलीगंज फिल्म एवं टीवी जगत के एक प्रमुख अभिनेता को उम्मीदवार बनाया है।

टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने 70 और 80 के दशक के बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा पर भरोसा जताते हुए उन्हें आसनसोल लोकसभा सीट से दोबारा उम्मीदवार बनाया है।

टीएमसी ने लगातार तीसरी बार लोकसभा भेजने के लिए टॉलीगंज के अभिनेता दीपक अधिकारी उर्फ ​​देव को घाटल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।

ममता ने जादवपुर और मेदिनीपुर निर्वाचन क्षेत्रों से समकालीन अभिनेता-सह-राजनेता सायोनी घोष और जून मालिया को उम्मीदवार बनाया है।

टीएमसी ने 80 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री शताब्दी रॉय को बीरभूम से उम्मीदवार बनाया है जो चौथी बार लोकसभा सदस्य बनने को प्रयासरत हैं।

पार्टी ने हुगली सीट से 90 के दशक में बंगाली फिल्म की सफल अभिनेत्री रहीं पूर्व मिस कलकत्ता रचना बनर्जी को मैदान में उतारा है जो छोटे पर्दे की एक लोकप्रिय कार्यक्रम प्रस्तोता भी हैं। रचना पहली बार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही हैं।

अपने प्रशंसकों के बीच ‘बिहारी बाबू’ के रूप में लोकप्रिय शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं देश की सबसे मजबूत और सबसे लोकप्रिय राजनीतिक हस्ती ममता बनर्जी के तहत काम करके खुश हूं और आसनसोल के लोगों की सेवा करना जारी रखना चाहता हूं।’’

भाजपा ने जिन फिल्मी सितारों पर भरोसा जताया है उनमें हुगली सीट से उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी और घाटल सीट से उम्मीदवार एवं टॉलीवुड कलाकार हिरन चटर्जी शामिल हैं।

देव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मेरा सपना घाटल ‘मास्टरप्लान’ को लागू करना है जो क्षेत्र में बार-बार आने वाली बाढ़ से लोगों को होने वाली परेशानी को खत्म कर देगा। मैं 2014 से इस परियोजना को लागू करने की कोशिश कर रहा हूं और मेरा मानना है कि कुछ और समय तक मुझे राजनीति में बने रहना चाहिए और मैंने जो शुरू किया है उसे पूरा करना चाहिए।’’

देव के प्रतिद्वंद्वी हिरन ने वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में पदार्पण किया था। वर्तमान टीएमसी सरकार के कथित भ्रष्टाचार के कटु आलोचक हिरन ने कहा, ‘‘फिल्म में अन्याय से लड़ना आसान है, लेकिन आपको इसे बदलने के लिए व्यवस्था का हिस्सा बनना होगा।’’

बहुत अधिक ‘टीआरपी’ अर्जित करने वाले रियलिटी शो ‘दीदी नंबर वन’ की कलाकार रचना बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं नहीं मानती कि राजनीति हमारे जैसे लोगों के लिए एक शगल है। गांव की महिलाएं मुझे घेर लेती हैं। वे मुझे छूना चाहती हैं। पुरुष मुझसे रोड शो के दौरान अपने बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए कह रहे हैं।’’

जून मालिया मेदिनीपुर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल की विधायक हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें मेदिनीपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। मालिया का मुकाबला भाजपा के अग्निमित्र पॉल (एक प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर और आसनसोल दक्षिण के विधायक) से है।

टीएमसी की युवा शाखा की अध्यक्ष और लोकप्रिय अभिनेत्री सायोनी घोष को पार्टी ने जादवपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन घोष वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में पॉल के खिलाफ चुनाव हार गई थीं।

टीवी धारावाहिकों, ओटीटी मंचों और फिल्म जगत के जाने पहचाने चेहरे देवदत्त घोष को माकपा ने बैरकपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।

उन्होंने राजनीति में आने के अपने फैसले पर कहा, ‘‘एक अभिनेता के रूप में, मैं निश्चित रूप से संवेदनशील हूं। जब राज्य जल रहा हो तो मैं अपने पेशे तक ही सीमित नहीं रह सकता। मुझे प्रतिक्रिया देने और उन लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने की जरूरत है, जिनसे मैं जुड़ सकता हूं।’’

एसएफआई राज्य समिति के सदस्य शुभजीत सरकार ने कहा कि टीएमसी द्वारा रचना बनर्जी जैसी उम्मीदवार उतारना ‘एक हथकंडा’ के अलावा और कुछ नहीं है। टीएमसी ने इस लोकसभा चुनाव में नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती को फिर से उम्मीदवार नहीं बनाया है।

अभिनेता सह भाजपा नेता रुद्रनील घोष ने कहा कि वह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से राजनीति में आने वाले लोगों के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें ऐसी नामचीन हस्तियों की जरूरत नहीं है जिन्हें इस बात का बहुत कम या कोई अंदाजा ना हो कि वे क्या कर रहे हैं।’’

भाषा संतोष सुभाष

सुभाष