सीमा से सटे गांवों को समय रहते खाली क्यों नहीं कराया गया: पुंछ हमले पर तृणमूल नेता ने पूछा
सीमा से सटे गांवों को समय रहते खाली क्यों नहीं कराया गया: पुंछ हमले पर तृणमूल नेता ने पूछा
नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस की नेता सागरिका घोष ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा के पार से हुई गोलीबारी में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति बृहस्पतिवार को दुख जताते हुए सवाल उठाया कि सीमावर्ती गांवों को समय रहते खाली क्यों नहीं कराया गया।
घोष ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पुंछ में दुखद और भयावह त्रासदी की घटना हुई। पाकिस्तानी तोपखाने द्वारा पुंछ और सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्दोष नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार से मेरा सवाल है कि जब हमने पूरे भारत में ‘मॉक ड्रिल’ की थी, जिसका मिला-जुला असर देखने को मिला तो हमने यह क्यों नहीं सुनिश्चित किया कि सभी सीमावर्ती गांवों को समय रहते खाली करा लिया जाए? हर जिंदगी मायने रखती है।’’
राज्यसभा की सदस्य घोष ने कहा, ‘‘सीमा पर रहने वाले नागरिक पूरे ध्यान और सहानुभूति के हकदार हैं। सिर्फ इसलिए कि टीवी कैमरे वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी दुर्दशा को उजागर नहीं किया जाना चाहिए। पुंछ में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी प्रार्थनाएं हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कई सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी की जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद सख्त जवाबी कार्रवाई करते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किये, जिनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं। इस हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पर गोलीबारी कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बृहस्पतिवार को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन में पुंछ सेक्टर में 13 नागरिकों की मौत हो गई और 59 लोग घायल हो गए।
विदेश मंत्रालय के बाह्य प्रचार प्रभाग ने बताया कि घायलों में से 44 लोग पुंछ के हैं।
भाषा
प्रीति संतोष
संतोष

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