ईमानदारी अच्छी नीति! सुना तो होगा ही, जो कि अब कम ही देखने को मिलती है। आज के दौर में ईमानदारी को लेकर कम और भ्रष्टाचार को लेकर ज्यादा खबरें बनती हैं। कभी-कभी तो लगता है कि ईमानदारी और भलाई का तो जमाना ही खत्म हो गया है, लेकिन आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो ईमानदारी पर लोगों का भरोसा कायम रखे हुए हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है हैदराबाद से, जहां एक सफ़ाई कर्मचारी ने कूड़े में मिले 1 लाख रुपये वापस लौटाकर ईमानदारी की मिसाल कायम की है.
खबर तेलंगाना से है. जहां एक सफ़ाई कर्मचारी के तौर पर काम करने वाली मड्डेला लक्ष्मी, मेटापल्ली के बाजार में रोज़ की तरह सफ़ाई कर रही थीं. इस दौरान उसे कूड़े में एक पैकेट दिखाई दिया. इस पैकेट में 1 लाख रुपये नकद रखे थे. इसे वो अपने साथ अपने घर ले गईं. जब अगले दिन सुबह वो काम पर गई तो उस समय एक व्यक्ति उसी जगह कूड़े में कुछ तलाश कर रहा था. कुछ देर बात लक्ष्मी ने उस शख्स से पूछा कि वो क्या कर रहा है? जावेद नाम के उस व्यक्ति ने कहा कि कल उसने ग़लती से कूड़े में अपने रुपये फेंक दिये थे. वो उन्हीं रुपयों को ढूंढ रहा है. जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि वो रुपये उसी शख्स जावेद के थे! जिसके बाद लक्ष्मी ने उसे पूरे पैसे वापिस कर दिये. वहीं लक्ष्मी की ईमानदारी की सराहना करते हुए इनाम स्वरूप 5000 हज़ार रुपये भी दिए गए.
मेरा मानना ये है कि ईमानदारी का इनाम जरुर मिलना चाहिए! नहीं तो समाज में बढ़ती बेइमानी और भ्रष्टाचार की धुंध के तले ईमानदारी खो जायेगी।
वेब डेस्क, IBC24
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