Ek Diya Ram Ke Naam: ‘अयोध्या में सनातनियों का कार्यक्रम है, सबका कार्यक्रम है.. दुनियाभर में दीवाली जैसा उत्सव’ :CM विष्णुदेव साय

Ek Diya Ram Ke Naam: ‘अयोध्या में सनातनियों का कार्यक्रम है, सबका कार्यक्रम है.. दुनियाभर में दीवाली जैसा उत्सव’ :CM विष्णुदेव साय

Ek Diya Ram Ke Naam

Modified Date: January 18, 2024 / 03:22 pm IST
Published Date: January 18, 2024 3:22 pm IST

रायपुर: आज पूरा देश राममय हैं। हर किसी को अयोध्या में 22 जनवरी के उस ऐतिहासिक क्षण की प्रतीक्षा है जब भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, वह अपने घर लौटेंगे। ऐसे में IBC24 भी अपनी खास पेशकश ‘एक दीया राम के नाम’ के साथ इस पूरे हर्ष और उल्लास को अपने दर्शको, पाठकों के साथ साझा कर रहा हैं।

इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने ‘एक दीया राम के नाम’ पर हमसे बातचीत की और श्रीराम के गौरव गाथा पर विस्तार से चर्चा की। इस बातचीत में उन्होंने श्रीराम की स्मृतियों, छत्तीसगढ़ से उनके संबंध और भाजपा के लिए राम नाम के महत्त्व को बताया। इस दौरान सीएम साय ने उन पार्टियों और नेताओं की भी आलोचना की जो निमंत्रण के बावजूद 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा रहे हैं, आमंत्रण को अस्वीकार कर रहे हैं।

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अयोध्या में सनातनियों का कार्यक्रम है, सबका कार्यक्रम है

22 जनवरी को सभी को अपने घरों में दिवाली जैसा माहौल बनाना है। दिक्पालों को पैरों में रौंदने वाले, भ्रष्टाचारी, दुराचारी, महाअसुर रावण को समाप्त करके जब प्रभु राम अयोध्या लौटे तो दुनिया ने इस हर्ष में घरों में दिए जलाए। राम के राजतिलक से उत्साहित लोगों ने ढोल, ताशे बजाए। रामचरित मानस और बालमीक जी की रामायण में उल्लेख है, अयोध्या की गलियों में इत्र, फूल बिछाए गए। त्रेता की अयोध्या रोशनी से जगमग हुई। ढोल-नगाड़ों की थाप पर सप्तसिंधु यानि सात महासागरों से घिरी दुनिया पर जिन रघुनाथ का राज था उनकी राजधानी अयोध्या के निवासियों ने धूमधाम से यह उत्सव मनाया। कहते हैं, तभी से संसार में दिवाली का उत्सव मनाया जाने लगा। 22 को भी ऐसा ही अवसर है जब सैंकड़ों सालों के संघर्ष के बाद प्रभु राम अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं।

इस अवसर पर हम सब मिलकर अपने घरों में दिया जलाएंगे। छत्तीसगढ़ में इन दियों की रोशनी दोगुना होगी। क्योंकि हमारी संस्कृति में भांजों को ऊंचा स्थान दिया गया है। राम हमारे भांजे हैं। भांचा राम का राजतिलक हमारे लिए सबसे बड़ा अवसर है। हर घर दिये से रोशन होगा। 22 के बाद हमारी सरकार भी लोगों को अयोध्या लेकर जाने वाली है। छतीसगढ़ में राम की सरकार है। राम के लोगों की सरकार है। रामानुरागियों की सरकार है। हमारी सरकार बारी-बारी अयोध्या दर्शन कराएगी। आइए हम सब मिलकर 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ में रामलला विराजमान के अवसर पर अपने-अपने घरों में दिये जलाएं। संसार में प्रकाश फैलाएं। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत को विश्व प्रकाश का प्रेरक बनाते हुए विश्वगुरु बनाएं। जय भांचा राम। जय राजा राम। जय सिया राम ।

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