व्हील चेयर से बंध जाने पर भी नहीं छूटा रियाज! वयोवृद्ध अवस्था में भी दिखता था नवागत जैसा पुलक, ऐसे थे पद्मश्री से सम्मानित संगीतकार अब्दुल राशिद ख़ान

Music composer Abdul Rashid Khan's death anniversary : ख़ान साहब भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में एक पद्मश्री से सम्मानित हो चुके थे।

व्हील चेयर से बंध जाने पर भी नहीं छूटा रियाज! वयोवृद्ध अवस्था में भी दिखता था नवागत जैसा पुलक,  ऐसे थे पद्मश्री से सम्मानित संगीतकार अब्दुल राशिद ख़ान

Music composer Abdul Rashid Khan's death anniversary

Modified Date: February 17, 2023 / 08:30 pm IST
Published Date: February 17, 2023 8:29 pm IST

Music composer Abdul Rashid Khan’s death anniversary : नई दिल्ली। 19 अगस्त 1908 को जन्में अब्दुल रशीद खान का जन्म संगीतकारों के परिवार में हुआ था, जो बेहराम खान के थे, जो पारंपरिक ग्वालियर घराने गायकी के गायक थे। उन्होंने अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण अपने पिता के बड़े भाई बड़े यूसुफ खान और अपने पिता छोटे यूसुफ खान से प्राप्त किया। इसके बाद उनके परिवार के बुजुर्गों जैसे चांद खान, बरखुदार खान और महताब खान से व्यापक संगीत प्रशिक्षण लिया, जिन्होंने उन्हें ग्वालियर गायकी सिखाया। उन्होंने अपनी कलात्मक संवेदनशीलता के अनुरूप इस शैली को और विकसित किया। वह एक प्रसिद्ध गायक तानसेन के वंशज थे, जो सोलहवीं शताब्दी के दौरान अकबर महान के दरबार में नौ रत्नों में से एक थे।

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Music composer Abdul Rashid Khan’s death anniversary : अब्दुल राशिद ख़ान साहब भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में एक पद्मश्री से सम्मानित हो चुके थे। वे दो सौ साल पुरानी कोलकाता की ITC संगीत रिसर्च अकादमी में गुरु का ओहदा प्राप्त था। उनको जानने वाले अक्सर कहते हैं कि अब्दुल राशिद साहब जितने अच्छे कलाकार थे, उतने ही आला उस्ताद भी थे। लगभग 1500 कॉम्पज़िशन तैयार कर चुके राशिद साहब वयोवृद्ध होने तक भी नवागत सी पुलक से भरे हुए थे।

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Music composer Abdul Rashid Khan’s death anniversary :  कई साल से व्हील चेयर से बंध जाने पर भी न उनका रियाज़ छूटा, ना ही नया करने की ललक। 18 फ़रवरी 2016 को उनकी मृत्यु पर मशहूर गुंदेचा बंधु द्वय के उमाकांत गुंदेचा ने कहा था, उस उम्र में जब संगीतज्ञ सिखाना भी छोड़ देते हैं, अब्दुल राशिद ख़ान साहब जोश ओ खरोस से शो किया करते थे।

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पुरस्कार और मान्यता

आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी पुरस्कार (1994)
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (2009)
काशी स्वर गंगा पुरस्कार (2003)
रास सागर (शीर्षक) पुरस्कार (2004)
भुवलका पुरस्कार (2010)
पद्म भूषण (2013) – पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अब तक के सबसे उम्रदराज व्यक्ति।
एनसीटी दिल्ली सरकार द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (2013)।

 

 

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लेखक के बारे में

Shyam Bihari Dwivedi, Content Writter in IBC24 Bhopal, DOB- 12-04-2000 Collage- RDVV Jabalpur Degree- BA Mass Communication Exprince- 5 Years