World Sustainable Development Summit 2025 : जलवायु समाधान को प्रोत्साहित करेगा ‘विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन’ , दिल्ली में 5-7 मार्च तक आयोजन

World Sustainable Development Summit 2025 : टेरी का प्रमुख शिखर सम्मेलन जलवायु कार्रवाई को तेज करने, साझेदारियों को मजबूत करने, नवाचार को बढ़ावा देने और एक सतत व लचीले भविष्य के समाधान प्रस्तुत करने के लिए वैश्विक नेताओं को एक मंच पर लाएगा।

World Sustainable Development Summit 2025 : जलवायु समाधान को प्रोत्साहित करेगा ‘विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन’ , दिल्ली में 5-7 मार्च तक आयोजन
Modified Date: February 17, 2025 / 05:25 pm IST
Published Date: February 17, 2025 5:22 pm IST
HIGHLIGHTS
  • विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (WSDS) के 24वें संस्करण का आयोजन
  • वैश्विक जलवायु चुनौतियों और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को पूरा करने के लिए सामूहिक प्रयास
  • वैश्विक नेताओं, नीति-निर्माताओं, वैज्ञानिकों, उद्योग विशेषज्ञों और युवा नेताओं को एक मंच पर लाएगा

नई दिल्ली, 17 फरवरी, 2025: World Sustainable Development Summit 2025 , विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (WSDS) के 24वें संस्करण का आयोजन 5-7 मार्च 2025 को नई दिल्ली में किया जाएगा। एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (TERI) द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला WSDS, सतत विकास और जलवायु समाधान को आगे बढ़ाने के लिए एक प्रमुख वैश्विक मंच है।

सतत विकास और पर्यावरण पर ग्लोबल साउथ में आयोजित एकमात्र स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के रूप में, WSDS 2025 ‘सतत विकास और जलवायु समाधान को गति देने के लिए साझेदारियाँ’ थीम पर केंद्रित होगा। यह वैश्विक जलवायु चुनौतियों और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को पूरा करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित करेगा। चूंकि दुनिया सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की राह से भटक रही है और उत्सर्जन को कम करने की तात्कालिक आवश्यकता है, इसलिए यह शिखर सम्मेलन कार्रवाई को गति देने में साझेदारियों की भूमिका पर केंद्रित होगा।

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शिखर सम्मेलन के उद्घाटन संबोधन की अपेक्षा भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री,भूपेंद्र यादव द्वारा की जा रही है।

यह शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण वर्ष में आयोजित किया जा रहा है, जो सतत विकास लक्ष्यों और पेरिस जलवायु समझौते को अपनाए जाने के एक दशक को चिह्नित करता है। उद्घाटन और समापन सत्रों के अलावा, इस शिखर सम्मेलन में सात उच्च-स्तरीय प्लेनरी सत्र (प्लेनरी सेशंस) शामिल होंगे, जिनमें सतत वित्त, ऊर्जा परिवर्तन, प्रकृति, जलवायु प्रतिबद्धताएँ, स्थायित्व, नवाचार और सतत विकास के मुख्यधारा में समावेशन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, शिखर सम्मेलन में 24 से अधिक विषयगत सत्र (थीमेटिक ट्रैक्स) भी आयोजित किए जाएंगे।

WSDS 2025 वैश्विक नेताओं, नीति-निर्माताओं, वैज्ञानिकों, उद्योग विशेषज्ञों और युवा नेताओं को एक मंच पर लाएगा, ताकि सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को गति देने के लिए साझेदारियों की भूमिका, COP30 के लिए तैयारियों और चर्चाओं, तथा COP33 की ओर अग्रसर रणनीतियों पर विचार किया जा सके, जिसकी मेजबानी के लिए भारत ने दावेदारी प्रस्तुत की है। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDCs) की महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने के उपायों और वैश्विक दक्षिण का नेतृत्व करते हुए वर्तमान जलवायु कार्रवाई पर वैश्विक परिप्रेक्ष्य तय करने में भारत की भूमिका पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए, टेरी की महानिदेशक डॉ विभा धवन ने कहा, “साझेदारियाँ परिवर्तनकारी जलवायु कार्रवाई का मूलभूत आधार हैं। WSDS 2025 में, हमारा उद्देश्य सीमाओं से परे सामूहिक प्रयासों को प्रेरित करना है, जो नवाचार को बढ़ावा दें और सतत भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी समाधान प्रदान करें। WSDS 2025 इन गठबंधनों को मजबूत करने और प्रभावशाली बदलाव लाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा।”

टेरी के प्रतिष्ठित फैलो श्री अजय शंकर ने कहा, “दुनिया जब प्रमुख सतत विकास लक्ष्यों से भटक रही है, WSDS 2025 सहयोग के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा, विभिन्न क्षेत्रों की आवाज़ों को एक साथ लाकर एक लचीले ग्रह के लिए ठोस रास्ते तैयार करेगा।”

WSDS की क्यूरेटर और टेरी की वरिष्ठ फैलो डॉ शैली केडिया ने जोर देते हुए कहा, “यह शिखर सम्मेलन तीन प्रमुख स्तरों पर महत्वाकांक्षा और कार्रवाई को गति देगा – सतत विकास में तेजी लाना, COP30 के लिए प्रमुख संदेश तैयार करना, और जलवायु न्याय सुनिश्चित करने के लिए NDC 3.0 में अधिक महत्वाकांक्षा की वकालत करना।”

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WSDS 2025 में भाग लेने वाले प्रतिष्ठित वक्ताओं में शामिल हैं

•     प्रोफेसर जिम स्की, अध्यक्ष, इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC)
•     मार्टिन रेज़र, उपाध्यक्ष, साउथ एशिया, द वर्ल्ड बैंक
•     प्रोफेसर जेफ्री सैक्स, अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोलूशन्स नेटवर्क
•     शॉम्बी शार्प, संयुक्त राष्ट्र निवासी समन्वयक, भारत
•     डॉ सौम्या स्वामीनाथन, अध्यक्ष, एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन
•     प्रोफेसर पेटेरी तालास, महानिदेशक, फिनलैंड मौसम विज्ञान संस्थान
•     दीया मिर्ज़ा, अभिनेत्री, निर्माता, संयुक्त राष्ट्र महासचिव की SDGs के लिए एडवोकेट, UNEP गुडविल एंबेसडर
•     मनीष चौरसिया, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, टाटा कैपिटल लिमिटेड
•     हेलेन क्लार्कसन, सीईओ, क्लाइमेट ग्रुप
•     सुजाता गुप्ता, निदेशक, एशियन डेवलपमेंट बैंक
•     डॉ पेमा ग्यामत्शो, महानिदेशक, इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (ICIMOD)
•     अमांडा मैक्सवेल, प्रबंध निदेशक, ग्लोबल डिवीज़न, नेचुरल रिसोर्सेज डिफेंस कौंसिल (NRDC)
•     डॉ. जूली रेविएरे, कंट्री डायरेक्टर, GIZ India

शिखर सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण सतत विकास नेतृत्व पुरस्कार (SDLA) होगा, जो सतत विकास में योगदान देने वाले वैश्विक नेताओं को सम्मानित करता है। इसके अलावा, शिखर सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण ज्ञान दस्तावेजों का विमोचन किया जाएगा और Act4Earth घोषणापत्र जारी किया जाएगा, जो शिखर सम्मेलन की प्रमुख निष्कर्षों को समाहित करेगा और वर्षभर हितधारकों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा।

WSDS, जिसकी स्थापना 2001 में दिल्ली सतत विकास शिखर सम्मेलन के रूप में हुई थी, दो दशकों से अधिक समय से सतत विकास पर वैश्विक संवाद और सामूहिक कार्रवाई को बढ़ावा देने का एक प्रमुख मंच रहा है। यह उच्च स्तरीय मंत्री स्तरीय सत्रों, प्लेनरी सत्र, थीमेटिक सत्र और हरित नवाचारों की प्रदर्शनियों के माध्यम से सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करता है।


WSDS वेबसाइट: https://wsds.teriin.org
प्रेस कांफ्रेंस प्रोसीडिंग्स: https://youtu.be/1yKgV4uD4RA
WSDS 2025 थीम वीडियो: https://youtu.be/ICGxx1cA44o

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com