FIR against Hemant Katare: उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ FIR, ब्राहम्ण समाज के सैकड़ों नेता कमिश्नरी पहुंचे
FIR against Hemant Katare: ब्राहम्ण समाज के सैकड़ों नेता आज कमिश्नरी पहुंचे और संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर EOW की एफआईआर को झूठा बताया है। साथ ही मुकदमा वापस लेने की चेतावनी दी है।
Latest News Today and Live Updates 21 March 2025 | Source : IBC24
- संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर EOW की एफआईआर को झूठा बताया
- मुकदमा वापस लेने की चेतावनी दी
- हेमंत कटारे के साथ ही उनके भाई योगेश कटारे भी इस केस में फंसे
ग्वालियर: FIR against Hemant Katare, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ FIR के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, ब्राहम्ण समाज के सैकड़ों नेता आज कमिश्नरी पहुंचे और संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर EOW की एफआईआर को झूठा बताया है। साथ ही मुकदमा वापस लेने की चेतावनी दी है।
बता दें कि उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे पर ईओडब्ल्यू ने FIR दर्ज की है, उन पर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल योजना में भूखंड के आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। वहीं हेमंत कटारे के साथ ही उनके भाई योगेश कटारे भी इस केस में फंसे हैं। ईओडब्ल्यू ने भोपाल विकास प्राधिकरण BDA के अधिकारियों पर भी मामला दर्ज किया है।
FIR against Deputy Leader of Opposition Hemant Katare, गौरतलब है कि सरकार पर लगातार निशाना साधने वाले विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे मुश्किलों में घिर गए हैं। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने हेमंत कटारे, पत्नी, भाई और बहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि हेमंत कटारे और उनके पार्टनर ने बीडीए के अधिकारियों से मिलीभगत कर एक प्लॉट खरीद लिया। इसके बाद इस प्लॉट का लैंड यूज बदलकर इस पर व्यावसायिक गतिविधियां भी शुरू कर दी गईं।
नियम विरूद्ध तरीके से प्लॉट का आवंटन
ईओडल्ब्यू के अधिकारियों के मुताबिक सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त हुई शिकायत की जांच में सामने आया है कि भोपाल विकास प्राधिकरण ने मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स को नियम विरूद्ध तरीके से प्लॉट का आवंटन किया था। इस फर्म में हेमंत कटारे, योगेश कटारे, नीरा कटारे, रूचि कटारे पार्टनर हैं। इन सभी ने भोपाल विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य के साथ आपराधिक षडयंत्र कर बिना टेंडर प्रक्रिया के ही प्लॉट आवंटित करा लिया।
इस प्लॉट का आवासीय उपयोग ही किया जा सकता था, लेकिन बिना दस्तावेजों में संशोधन कराए इस प्लॉट का लैंड यूज बदलकर कमर्शियल कर दिया गया। शिकायत की जांच के बाद हाई स्पीड मोटर्स के सभी पार्टनर के अलावा भोपाल विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

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