Government Employee Working Day: 5 days working day ends

Government Employee Working Day: छत्तीसगढ़ में 5 डे वर्किंग खत्म! सरकारी दफ्तरों में अब 6 दिन काम, कर्मचारियों के विरोध पर डिप्टी सीएम का बड़ा बयान

छत्तीसगढ़ में 5 डे वर्किंग खत्म! सरकारी दफ्तरों में अब 6 दिन काम...Government Employee Working Day: 5 days working day ends in Chhattisgarh

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Reported By: Saurabh Singh Parihar

Modified Date: May 23, 2025 / 04:24 PM IST
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Published Date: May 23, 2025 2:12 pm IST

रायपुर: Government Employee Working Day: छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा 5 डे वर्किंग व्यवस्था को समाप्त किए जाने के फैसले पर विवाद गहराता जा रहा है। अधिकारी-कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने इस निर्णय को पूरी तरह प्रोपेगेंडा बताते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह फैसला कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है और इससे कार्यस्थल पर असंतोष बढ़ेगा।

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Government Employee Working Day: कमल वर्मा ने कहा की राज्य सरकार ने एकतरफा और बिना विचार-विमर्श के यह निर्णय लिया है जो पूरी तरह कर्मचारी विरोधी है। आज के दौर में जब अधिकांश कार्य ई-ऑफिस के माध्यम से हो रहे हैं और कर्मचारी सातों दिन चौबीसों घंटे डिजिटल रूप से काम में लगे हैं ऐसे में 5 डे वर्किंग को खत्म करना न सिर्फ अनुचित है बल्कि कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालेगा।

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Government Employee Working Day: उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में कर्मचारी सप्ताह के पांच दिन दफ्तर में कार्य करते हैं और शेष दिनों में भी मोबाइल व ऑनलाइन माध्यम से लगातार कार्यरत रहते हैं। ऐसे में सप्ताहांत की छुट्टियां उनके लिए कार्यक्षमता बनाए रखने का एकमात्र साधन हैं। संघ ने राज्य सरकार से इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की है।

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Government Employee Working Day: इस फैसले को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि यह आज की परिस्थितियों की आवश्यकता है और सरकारी कार्यालयों में काम के बढ़ते बोझ को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। अरुण साव ने बताया की सरकारी कार्यालयों में कामों की अधिकता बढ़ रही है इसलिए प्रशासनिक स्तर पर इस निर्णय को लिया गया है। मुझे लगता है कि यह फैसला समय की मांग है और इसके लिए सबको सहयोग करना चाहिए।

छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 डे वर्किंग व्यवस्था समाप्त क्यों की?

सरकार ने सरकारी कार्यालयों में काम के बढ़ते बोझ को देखते हुए 5 डे वर्किंग व्यवस्था को खत्म करने का फैसला लिया है ताकि कार्यकुशलता बढ़ाई जा सके।

कर्मचारी संघ का 5 डे वर्किंग व्यवस्था समाप्ति पर क्या रुख है?

कर्मचारी संघ इस फैसले को बिना चर्चा के लिया गया और कर्मचारी विरोधी मानता है, जो कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

5 डे वर्किंग व्यवस्था खत्म होने से कर्मचारियों को क्या नुकसान हो सकता है?

कर्मचारियों को सप्ताहांत की छुट्टियां कम मिलेंगी जिससे उनकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

डिप्टी सीएम अरुण साव ने इस फैसले पर क्या कहा है?

उन्होंने कहा कि यह फैसला समय की मांग है और सभी को इसके लिए सहयोग करना चाहिए क्योंकि सरकारी कामकाज का बोझ बढ़ रहा है।

क्या 5 डे वर्किंग व्यवस्था खत्म होने पर कर्मचारी आंदोलन कर सकते हैं?

कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इस फैसले को लागू करती है तो प्रदेशभर के कर्मचारी आंदोलन करने पर मजबूर हो सकते हैं।