Lal Bahadur Shastri Birth Anniversary 2025: ईमानदारी और सादगी के प्रतीक थे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री! पढ़ें उनके जीवन के 10 प्रेरक दर्शन

लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर हम उनके जीवन और विचारों को याद करते हैं। उनका नारा 'जय जवान, जय किसान' आज भी हमारे सैनिकों और किसानों की महत्ता को दर्शाता है। उनका जीवन संघर्ष, समर्पण और देशभक्ति का प्रतीक है।

Lal Bahadur Shastri Birth Anniversary 2025: ईमानदारी और सादगी के प्रतीक थे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री! पढ़ें उनके जीवन के 10 प्रेरक दर्शन

Image Source: ANI

Modified Date: October 2, 2025 / 10:52 am IST
Published Date: October 2, 2025 10:52 am IST
HIGHLIGHTS
  • लाल बहादुर शास्त्री की जयंती आज।
  • स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • उनका जीवन संघर्ष, समर्पण और देशभक्ति का प्रतीक है।

Lal Bahadur Shastri Birth Anniversary 2025: आज 2 अक्टूबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। ये दिन महात्मा गांधी की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, दोनों महान नेताओं का जन्म एक ही दिन हुआ था। लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्मदिन हमें उनके आदर्शों और विचारों को याद करने का अवसर देता है। वो सिर्फ एक महान नेता नहीं थे, बल्कि उनके प्रेरणादायक उद्धरण आज भी हमें जागृत करते हैं। जैसे “जय जवान, जय किसान!” उनकी इस प्रसिद्ध पंक्ति से हमारे सैनिकों और किसानों की अहमियत उजागर होती है, और ये हमें अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा देती है। आईए जानते है उनके जीवन और उनके कहे कुछ खास कोट्स के बारे में।

लाल बहादुर शास्त्री के बारे में

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता का निधन तभी हो गया था जब वो छोटे थे, तब उनकी मां ने उन्हें पाला। उन्होंने बचपन से ही कठिनाइयों का सामना किया और 16 वर्ष की आयु में असहयोग आंदोलन में भाग लिया। इसमें वो कई बार जेल गए, लेकिन उनका स्वतंत्रता संग्राम में योगदान अविस्मरणीय रहा। लाल बहादुर शास्त्री का निधन 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में हुआ था। उनकी मृत्यु के कारणों को लेकर कई सवाल उठे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उन्हें जहर दिया गया था, जबकि अन्य में कहा गया कि उनकी मृत्यु हृदयगति रुकने से हुई। उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार ने इसे हत्या का मामला बताया, लेकिन आधिकारिक रूप से इसे प्राकृतिक कारण माना गया।

यहां पढ़िए उनके 10 मशहूर उद्धरण

  • “जय जवान, जय किसान”

अर्थ: यह उद्घोष हमारे देश के सैनिकों और कृषि-कर्मियों के योगदान और महत्व को उजागर करता है, शास्त्री जी ने इसे देश की सुरक्षा और अन्न की आपूर्ति के लिए प्रेरक मंत्र के तौर पर दिया।

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  • “किसी भी कार्य को करने के लिए यदि हम दृढ़ संकल्पित हैं, तो उसे पूरा करना संभव है”

अर्थ: जब हम किसी काम के प्रति पूरी निष्ठा और अटल इरादा रखते हैं, तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

  • “हम सभी को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए”

अर्थ: यह हमें याद दिलाता है कि हर व्यक्ति की कुछ ज़िम्मेदारियाँ हैं, और उन्हें निभाना हमारा नैतिक दायित्व है।

  • “शांति का अर्थ केवल युद्ध का अभाव नहीं है, बल्कि यह एक सक्रिय प्रक्रिया है”

अर्थ: शांति सिर्फ संघर्ष की अनुपस्थिति नहीं है; इसे बनाना, बनाए रखना और सक्रिय रूप में काम करना भी शांति का हिस्सा है।

  • “जो लोग अपने देश की सेवा नहीं करते, वे जीवन में कुछ नहीं कर सकते”

अर्थ: देशभक्ति और सार्वजनिक सेवा के महत्व को रेखांकित करते हुए, शास्त्री जी का संदेश है कि जो व्यक्ति अपने देश के प्रति जवाबदेह नहीं होता, वह सच्ची सफलता नहीं पा सकता।

  • “सच्ची शक्ति कभी भी किसी पर आक्रमण नहीं करती”

अर्थ: वास्तविक शक्ति कभी हिंसा का सहारा नहीं लेती; यह दूसरों पर हमला करने की बजाय चुनौतियों के सामने धैर्य और संयम से खड़ी होती है।

  • “यदि हमें अपने देश को महान बनाना है, तो हमें अपना कर्तव्य निभाना होगा”

अर्थ: देश को आगे ले जाने के लिए हर नागरिक का अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना अनिवार्य है।

  • “सादगी में बड़ी शक्ति होती है”

अर्थ: सादगी एक ऐसी गुणवत्ता है जो जीवन में स्थिरता, विश्वसनीयता और गहरी शक्ति लाती है शास्त्री जी ने इसे जीवन के मूल्यों में से एक माना।

  • “एक नेता को अपने लोगों का विश्वास जीतना चाहिए”

अर्थ: सही नेतृत्व का आधार जनता का भरोसा है एक सच्चा नेता वही है जो अपने लोगों का विश्वास अर्जित करके उनके हितों की रक्षा करे।

  • “संघर्ष के बिना सफलता नहीं मिलती”

अर्थ: सफलता हासिल करने हेतु मेहनत, लगन और लगातार संघर्ष अवश्य करना पड़ता है; बिना प्रयास कोई बड़ी उपलब्धि संभव नहीं।

इसके साथ ही आज 2 अक्टूबर को गांधी जयंती भी मनाई जाती है। महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता और बापू के नाम से भी जाना जाता है। 2 अक्टूबर का दिन उनके जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। गांधी जी के आंदोलन, असहयोग आंदोलन, विदेशी वस्त्र बहिष्कार, चंपारण सत्याग्रह, दांडी मार्च, दलित आंदोलन, रॉलेट एक्ट विरोध, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे प्रयासों ने अंग्रेजी हुकूमत को हिला कर रख दिया और आजादी की राह आसान की। पूरी दुनिया में आज भी उनके योगदान को याद किया जाता है।

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