रायपुर: Biranpur Murder Case छत्तीसगढ़ का बहुचर्चित बिरनपुर हत्याकांड 8 अप्रैल 2023 को हुई वारदात पर CBI ने चार्जशीट पेश कर दी। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर जो सियासी षड्यंत के आरोप लगाये थे वो सरासर झूठे थे, तो बीजेपी सफाई में कह रही है कि जल्दबाजी में नतीजे ना निकालेंं, CBI की जांच अभी बाकी है।
Biranpur Murder Case इधर बिरनपुर हत्याकांड में CBI की चार्जशीट कोर्ट में पेश हुई। उधर छत्तीसगढ़ में आरोप-प्रत्यारोप की नईं जंग छिड़ गई। कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा और बिरनपुर हत्याकांड के बहाने चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने चार्जशीट को लेकर और क्या कुछ कहा ये सुनाएं। उससे पहले ये जान लीजिए कि CBI की चार्जशीट में क्या है?
CBI की चार्जशीट आने के बाद कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है। PCC अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी पर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने इस घटना को राजनीतिक रंग दिया था। बैज ने बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव से तब की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण के झूठे आरोप लगाने के लिए माफी मांगने कहा जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा कि इस घटना से विधानसभा चुनाव के नतीजे प्रभावित हुए।
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी की तरफ से विजय शर्मा ने मोर्चा संभाला और तंज कसते हुए कहा कि CBI पर कम से कम कांग्रेस का विश्वास तो बढ़ा। गृहमंत्री के मुताबिक CBI ने एक बिंदु पर ही जांच की है। जो गांव वालों के तर्क बिंदु है उस पर सीबीआई की जांच नहीं हुई है। कांग्रेस को कभी अपने कार्यकाल में ध्यान नहीं आया कि प्रदेश में क्या चल रहा है।
कुल मिलाकर बिरनपुर हत्याकांड में CBI की चार्जशीट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के अपने-अपने तर्क हैं। बेशक कांग्रेस नेता, चार्जशीट को लेकर हमलावर हो लेकिन बीजेपी दलील दे रही है कि CBI की आगे की जांच में क्लीयर हो जाएगा। अब देखना है कि इसमें किसे क्लीनचीट मिलती है और कौन दोषी सिद्ध होता है।