Moni Amavasya Narmadapuram : नर्मदे हर के जयकारें से गूंजे घाट, मौनी अमावस्या में महाकुंभ नहीं जा रहे श्रद्धालुओं ने लगाई नर्मदापुरम में आस्था की डुबकी,

नर्मदे हर के जयकारें से गूंजे घाट, मौनी अमावस्या में महाकुंभ..Moni Amavasya Narmadapuram: Ghats echoed with the chants of Narmade Har...

Moni Amavasya Narmadapuram : नर्मदे हर के जयकारें से गूंजे घाट, मौनी अमावस्या में महाकुंभ नहीं जा रहे श्रद्धालुओं ने लगाई नर्मदापुरम में आस्था की डुबकी,

Moni Amavasya Narmadapuram: Image Source-IBC24

Modified Date: January 29, 2025 / 08:35 am IST
Published Date: January 29, 2025 8:35 am IST

नर्मदापुरम : Moni Amavasya Narmadapuram आज माघ मास की अमावस्या है, जिसे मोनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन नर्मदा के सेठानी घाट सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। खासकर नर्मदा, गंगा, सिंधु, कावेरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।

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Moni Amavasya Narmadapuram मौनी अमावस्या के दिन दान देने का भी विशेष महत्व है। इस दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कंबल, गरम वस्त्र, काले कपड़े और जूते आदि दान किए जाते हैं, जो शास्त्रों के अनुसार शुभ फल की प्राप्ति का कारण बनते हैं। इसके अलावा, इस दिन मौन धारण करना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि मौन से व्यक्ति को विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह दिन गरीबी और असफलताओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने का भी विश्वास है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने नर्मदा के विभिन्न घाटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी समस्या के स्नान कर सकें।

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टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।