एक तरफ परमाणु हमले की धमकी, दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों की झड़ी! LOC पर तनाव के बीच दो दिनों में पांच हजार जवानों ने छोड़ी नौकरी |

एक तरफ परमाणु हमले की धमकी, दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों की झड़ी! LOC पर तनाव के बीच दो दिनों में पांच हजार जवानों ने छोड़ी नौकरी

Pakistani army resignations: पिछले दो दिनों में लगभग पांच हजार पाकिस्तानी जवान और अधिकारी अपनी-अपनी पोस्ट से इस्तीफा देकर घर लौट चुके हैं, और कई अन्य ने इस्तीफा देने की योजना बनाई है। इस स्थिति ने पाकिस्तानी सेना में हड़कंप मचा दिया है।

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Modified Date: April 27, 2025 / 08:05 PM IST
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Published Date: April 27, 2025 8:05 pm IST
HIGHLIGHTS
  • लेफ्टिनेंट जनरल उमर बुखारी ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को लिखा पत्र 
  • पाकिस्तानी सेना में भय का माहौल

राजौरी: Pakistani army resignations, पाकिस्तानी सेना के जवान और अधिकारी, विशेषकर अपने परिवारों के दबाव और मौत के डर से, अपनी नौकरी छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। पिछले दो दिनों में लगभग पांच हजार पाकिस्तानी जवान और अधिकारी अपनी-अपनी पोस्ट से इस्तीफा देकर घर लौट चुके हैं, और कई अन्य ने इस्तीफा देने की योजना बनाई है। इस स्थिति ने पाकिस्तानी सेना में हड़कंप मचा दिया है।

पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारी लगातार सेना प्रमुख को पत्र लिखकर इस्तीफों की बढ़ती संख्या को रोकने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यह सिलसिला नहीं रुका, तो जवानों का मनोबल गिर जाएगा, जिससे सेना को गंभीर नुकसान हो सकता है।

लेफ्टिनेंट जनरल उमर बुखारी ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को लिखा पत्र

सूत्रों के मुताबिक, पेशावर में स्थित पाक सेना की 11वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उमर बुखारी ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने 12वीं कोर के अधिकारियों और जवानों के इस्तीफों पर चिंता जताई। इस पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि पश्चिमी सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच इस्तीफों का संकट गहरा हो गया है।

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पिछले दो दिनों में 200 से अधिक अधिकारी और लगभग 600 जवान नौकरी छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, उत्तरी कमांड एरिया में 100 से अधिक अधिकारी और 500 जवान भी इस्तीफा देकर घर लौट चुके हैं। एलओसी पर तैनात मंगल कोर के 75 अधिकारी और 500 जवान भी इस्तीफा दे चुके हैं, और यह सिलसिला निरंतर बढ़ता जा रहा है।

पत्र में कहा गया है कि परिवारों के दबाव के कारण अधिकांश सैनिक और अधिकारी नौकरी छोड़ने को विवश हो रहे हैं। कुछ जवान तो मृत्यु के डर से भी इस्तीफा दे रहे हैं, और यह स्थिति खासतौर पर तब और गंभीर हो गई जब से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है।

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पाकिस्तानी सेना प्रमुख से अपील की गई है कि वह इस स्थिति को संभालने के लिए उचित कदम उठाएं, ताकि जवानों का मनोबल टूटने से बच सके। अगर यह संकट जारी रहा और युद्ध जैसी स्थिति बनी, तो पाकिस्तानी सेना के लिए संघर्ष करना मुश्किल हो सकता है।

पाकिस्तानी सेना में भय का माहौल

पहल्गाम हमले के बाद से, पाकिस्तानी सेना में भय का माहौल व्याप्त है। परिवार के सदस्य लगातार अपने जवान बेटों और रिश्तेदारों को फोन करके नौकरी छोड़ने और घर लौटने की सलाह दे रहे हैं। उन्हें डर है कि भारत किसी भी समय पाकिस्तान पर हमला कर सकता है, और ऐसी स्थिति में उनके बच्चे मारे जा सकते हैं।

इस्तीफों के बढ़ते सिलसिले को देखते हुए पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारियों में घबराहट फैल गई है। वे जवानों को इस्तीफा देने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस्तीफा देने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों का कारण क्या है?

इस्तीफों का प्रमुख कारण परिवारों का दबाव और सैनिकों का युद्ध के दौरान मारे जाने का डर है। एलओसी पर भारत-पाकिस्तान तनाव के बढ़ने के बाद सैनिकों और अधिकारियों में भय का माहौल है, जो उन्हें अपनी नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर रहा है।

कितने सैनिकों और अधिकारियों ने हाल ही में इस्तीफा दिया है?

पिछले दो दिनों में लगभग 5,000 पाकिस्तानी सैनिकों और अधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। इनमें 200 से अधिक अधिकारी और 600 से ज्यादा जवान शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तरी कमांड एरिया और मंगल कोर में भी कई सैनिकों ने अपनी नौकरी छोड़ी है।

क्या इस्तीफों का सिलसिला बढ़ने से पाकिस्तानी सेना को गंभीर समस्या हो सकती है?

हां, अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो यह पाकिस्तानी सेना के मनोबल पर गंभीर असर डाल सकता है और उनकी युद्धक क्षमता को भी कमजोर कर सकता है। उच्च अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सैनिकों का मनोबल टूटता है, तो सेना को युद्ध जैसे हालात में संघर्ष करना कठिन हो सकता है।

पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारी इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?

पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारी लगातार सेना प्रमुख को पत्र लिखकर इस्तीफों की बढ़ती संख्या पर चिंता जता रहे हैं और इसे रोकने के लिए उपायों की मांग कर रहे हैं। वे सैनिकों को मनोबल बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, ताकि इस्तीफों की संख्या कम हो सके।

हां, एलओसी पर तनाव के बढ़ने और भारत से संभावित हमले के डर के कारण पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों की संख्या बढ़ी है। सैनिकों और उनके परिवारों को डर है कि युद्ध की स्थिति में उनके जवान बेटे और रिश्तेदार मारे जा सकते हैं, जिससे इस्तीफे देने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।

हां, एलओसी पर तनाव के बढ़ने और भारत से संभावित हमले के डर के कारण पाकिस्तानी सेना में इस्तीफों की संख्या बढ़ी है। सैनिकों और उनके परिवारों को डर है कि युद्ध की स्थिति में उनके जवान बेटे और रिश्तेदार मारे जा सकते हैं, जिससे इस्तीफे देने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।