#SarkaronIBC24: ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट पर दनादन सवाल क्यों दाग रही कांग्रेस? भूपेश बघेल के बाद दीपक बैज ने भी साधा निशाना

#SarkaronIBC24: कांग्रेस ऑपरेशन पर दनादन सवाल दागे जा रही है.... पहले भूपेश बघेल ने इस पर सवाल उठाए तो अब PCC चीफ दीपक बैज का भी नाम इसमें जुड़ गया है...

Edited By :  
Modified Date: May 16, 2025 / 11:43 PM IST
,
Published Date: May 16, 2025 11:41 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कांग्रेस ने अब कर्रेगुट्टा ऑपरेशन को लेकर सरकार पर 3 सवाल दागे
  • कर्रेगट्टा पहाड़ के आसपास अघोषित आपातकाल क्यों लगाया गया
  • जवानों को इलाज के लिए दिल्ली क्यों ले जाया गया
  • CRPF और प्रदेश के DG को बीजापुर में जाकर PC क्यों लेना पड़ा

रायपुर: #SarkaronIBC24, ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के जरिए सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की दुनिया उजाड़ दी.. जिस पहाड़ी को नक्सली अपनी सुरक्षित पनाहगान मान बैठे थे वो अब वीरान हो चुकी है… नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को मिली इस बड़ी कामयाबी का श्रेय बीजेपी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी को दे रही है… लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस ऑपरेशन पर दनादन सवाल दागे जा रही है…. पहले भूपेश बघेल ने इस पर सवाल उठाए तो अब PCC चीफ दीपक बैज का भी नाम इसमें जुड़ गया है…

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के एक-एक कर सभी गढ़ ढहते जा रहे है.. जहां कभी पुलिस फोर्स तो क्या आम लोग भी नजर नहीं आते थे वहां सुरक्षा बलों ने पहुंचकर नक्सलियों का नामो-निशान मिटा दिया.. करीब 21 दिन चला कर्रेगुट्टा ऑपरेशन इसकी ताजा मिसाल है… नक्सलियों का एक और गढ़ खत्म होने से जहां सरकार और फोर्स को राहत है वहीं इस पर सियासत भी खूब हो रही है… कभी ऑपरेशन में मारे गए और शिनाख्त हुए नक्सलियों की संख्या को लेकर जुबानी जंग छिड़ जाती है तो कभी ऑपरेशन के तरीके को लेकर.. कांग्रेस ने अब कर्रेगुट्टा ऑपरेशन को लेकर सरकार पर 3 सवाल दागे हैं…

READ MORE: महाराष्ट्र: जबरन वसूली के प्रयास से संबंधित मामले में राकांपा (एसपी) के नेता निंबालकर से पांच घंटे पूछताछ

कर्रेगट्टा पहाड़ के आसपास अघोषित आपातकाल क्यों लगाया गया ? जवानों को इलाज के लिए दिल्ली क्यों ले जाया गया ? CRPF और प्रदेश के DG को बीजापुर में जाकर PC क्यों लेना पड़ा दाल में जरूर कुछ काला है

बीजेपी इसे कांग्रेस की खीज करार दे रही है… बीजेपी का कहना है कि जो काम भूपेश बघेल की सरकार 5 साल में नहीं कर सकी वो साय सरकार ने एक साल में कर दिखाया है… उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल 5 साल मुख्यमंत्री रहे.. वो कभी सपने में नहीं सोचे थे कि हमारे जवान नक्सलियों को इस तरह जवाब देंगे ।नक्सलवाद आज अंतिम सांस ले रहा तो कांग्रेस को राजनीति नहीं करनी चाहिए । उनके समय मे नक्सलवाद चरम पर था । उसे आज खत्म किया जा रहा । इस बात की उन्हें तकलीफ हो रही है…

READ MORE:  दिल्ली में बिजली की मांग इस साल के उच्चतम स्तर 6,867 मेगावाट पर पहुंची

इसमें कोई दो राय नहीं की नक्सलवाद छत्तीसगढ की ऐसी समस्या है जिसने राज्य के एक बड़े हिस्से को विकास और सुख-शांति से महरूम कर दिया है… सरकार चाहे किसी भी पार्टी की रहे.. एक बात तय है कि नक्सलवाद अगर खत्म होता है तो इसका फायदा आम लोगों से लेकर सबको मिलेगा.. यही वजह है कि नक्सलवाद की डेडलाइन मार्च 2026 तय कर इस पर तेजी से काम हो रहा है।