CG Naxal Surrender: सरकार की नीति लाई रंग, पुलिस, प्रशासन और समाज के साझा प्रयास से 210 माओवादी कैडरों ने छोड़ी हिंसा, हथियार समर्पित कर अपनाई मुख्यधारा की राह

दण्डकारण्य क्षेत्र में 210 माओवादियों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह समर्पण सरकार की व्यापक नक्सल उन्मूलन नीति, पुलिस सुरक्षा बलों, स्थानीय प्रशासन और अन्य हितकारकों के संयुक्त प्रयासों की बड़ी सफलता है। यह कदम क्षेत्र में शांति और विकास की दिशा में अहम माना जा रहा है।

CG Naxal Surrender: सरकार की नीति लाई रंग, पुलिस, प्रशासन और समाज के साझा प्रयास से 210 माओवादी कैडरों ने छोड़ी हिंसा, हथियार समर्पित कर अपनाई मुख्यधारा की राह

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

Modified Date: October 17, 2025 / 03:18 pm IST
Published Date: October 17, 2025 3:18 pm IST
HIGHLIGHTS
  • दण्डकारण्य क्षेत्र में 210 माओवादी कैडरों का ऐतिहासिक सामूहिक आत्मसमर्पण।
  • सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति और सुरक्षा बलों की संयुक्त सफलता।
  • शांति, विकास और सामाजिक समरसता के लिए महत्वपूर्ण कदम।

 

जगदलपुर: CG Naxal Surrender: सरकार की व्यापक नक्सल उन्मूलन नीति के उल्लेखनीय परिणामस्वरूप दण्डकारण्य क्षेत्र के कुल 210 माओवादी कैडर जिनमें एक सेंट्रल कमेटी सदस्य, 4 डीकेएसजेडसी सदस्य 21 डिविजनल कमेटी सदस्य तथा अन्य वरिष्ठ माओवादी नेता शामिल हैं जिन्होंने हिंसा का मार्ग छोड़कर सामाजिक मुख्यधारा में वापसी की है। यह निर्णायक और ऐतिहासिक घटनाक्रम क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों के इतिहास में माओवादी कैडरों के सबसे बड़े सामूहिक पुनर्समावेशन के रूप में दर्ज होगी।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

 ⁠

 

वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में शांति, विकास और विश्वास परिवर्तन की नींव बने हैं।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

यह ऐतिहासिक आत्मसमर्पण केंद्र एवं राज्य सरकार के मार्गदर्शन में पुलिस, सुरक्षा बलों, स्थानीय प्रशासन तथा सजग एवं जागरूक समाज के समन्वित और सतत प्रयासों का परिणाम है।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

शांति, संवाद और विकास पर कैद्रित निरंतर प्रयासों ने अनेक कैडरों को हिंसा त्यागकर कानून और समाज की मर्यादा में सम्मानजनक, शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण जीवन अपनाने हेतु प्रेरित किया है।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

दण्डकारण्य क्षेत्र में 210 माओवादी कैडरों का हिंसा त्यागकर मुख्यधारा में लौटने का ऐतिहासिक निर्णय। सरकार की व्यापक नक्सल उन्मूलन नीति तथा पुलिस, सुरक्षा बलों, स्थानीय प्रशासन और अन्य हितधारकों के प्रयासों की ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत समर्पण की स्थिति निर्मित हुई।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

माओवादी कैडरों ने कुल 153 हथियार होगा समर्पित कर हिंसा और हथियारबंद संघर्ष से अपने जुड़ाव का प्रतीकात्मक अंत किया – यह शांति और मुख्यधारा की ओर उनके नए सफर की ऐतिहासिक शुरुआत है।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

नक्सल विरोधी अभियानों के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में माओवादी कैडरों ने सामूहिक रूप से अपने हथियार समर्पित किए हैं।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

जिसमें AK 47 Rifles, SLR Rifles, INSAS Rifles, LMG Gun समेत कुल 153 हथियार माओवादी कैडर द्वारा समर्पित की जाएगी।

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

(CG Naxal Surrender,Image Source: IBC24)

शीर्ष माओवादी कैडर CCM रूपेश @ सतीश, DKSZC भास्कर @ राजमन मांडवी, DKSZC रनीता, DKSZC राजू सलाम, DKSZC धन्नू वेत्ती @ संतू, RCM रतन एलम समेत कुल 210 माओवादी कैडर मुख्यधारा में लौट आए हैं।

इन्हें भी पढ़ें:


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।