Gwalior Lok Sabha Elections 2019 : ग्वालियर का गढ़ बचा पाएगी भाजपा या हाथ का साथ देगी जनता ? | Gwalior Lok Sabha Elections 2019 : Gwalior Lok sabha Constituency : BJP VS Congress

Gwalior Lok Sabha Elections 2019 : ग्वालियर का गढ़ बचा पाएगी भाजपा या हाथ का साथ देगी जनता ?

Gwalior Lok Sabha Elections 2019 : ग्वालियर का गढ़ बचा पाएगी भाजपा या हाथ का साथ देगी जनता ?

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : May 8, 2019/11:39 am IST

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होने हैं। छठे चरण में मध्य प्रदेश के ग्वालियर  लोकसभा सीट के 8 सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे। ग्वालियर क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से सात पर कांग्रेस का कब्जा है। बीजेपी के पास केवल एक सीट है।  इस बार भाजपा उम्मीदवार विवेक शेजवलकर का मुकाबला कांग्रेस के अशोक सिंह से है। ग्वालियर सीट पर समय-समय पर मतदाता बदलाव लाते रहे हैं। यहां कभी कांग्रेस, कभी जनसंघ, कभी भारतीय लोकदल तो कभी बीजेपी ने को लोगों ने चुना। यहां से सबसे अधिक पांच बार माधवराव सिंधिया चुने गए।

ग्वालियर का इतिहास

अगर यहां के इतिहास की बात करें, तो सन् 1957 में यह सीट कांग्रेस के राधा चरण के हाथ में थी. 1962 में कांग्रेस की विजया राजे सिंधिया, 1967 में BJS के आर. अवतार, 1971 में BJS के अटल बिहारी वाजपेयी और 1977 में BLD के नारायण कृष्ण ने इस सीट पर कब्‍जा किया था। वहीं, 1980 में JNP के नारायण कृष्णराव, 1984, 1989 व 1991 में कांग्रेस के माधव राव सिंधिया, 1996 में MPVC के माधवराव सिंधिया, 1998 में कांग्रेस के माधवराव सिंधिया, 1999 में BJP के जयभान सिंह, 2004 में कांग्रेस के रामसेवक ओर 2007 के उपचुनाव तथा 2009 के आम चुनाव में BJP की यशोधरा राजे ने जीत हासिल की।

ग्वालियर, अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मस्थान। एक ऐसी जगह जिसने अटल जी को एक राजनेता के तौर पर उभरते देखा। एक कवि के तौर पर निखरते देखा। ये अटल जी की स्मृति में एक मंदिर का निर्माण कराया गया है। जहां पर लोग आ सकते हैं, अपनी श्रद्धा के अनुसार सुमन अर्पित कर सकते हैं। उन्हें याद कर सकते हैं।

ग्वालियर लोकसभा के 8 विधानसभा सीटें

ग्वालियर  लोकसभा सीट में 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर जीते थे। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं। ग्वालियर ग्रामीण, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, भितरवार, डबरा, करेरा, और पोहरी। इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 14 लाख 87 हजार 654 मतदाता हैं. इनमें आठ लाख तीन हजार 559 पुरुष मतदाता और छह लाख 84 हजार 40 महिला मतदाता शामिल हैं। 

चुनावी मुद्दे

ग्वालियर के प्रमुख मुद्दों में बेरोजगारी हावी है। यहां रोजगार नहीं होने बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए बाहर का रूख कर रहे हैं। सर्वे में लोगों का कहना है कि यहां उद्योग, व्यापार होता तो लोग बाहर पलायन नहीं करते।

जातीय समीकरण 

19.59 फीसदी  अनुसूचित जाति 

5.5 फीसदी    अनुसूचित जनजाति 

मौजूदा सांसद

मौजूदा सांसद: नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी

2014 में कितने मतों से जीते: 4,42,796 मत

रनरअप पार्टी :  कांग्रेस के अशोक सिंह

2014 में वोटर्स की संख्या

14 लाख 87 हजार 654 कुल मतदाता 

आठ लाख तीन हजार 559 पुरुष मतदाता

छह लाख 84 हजार 40 महिला मतदाता

2014 में वोटों का फीसदी:  52.79 फीसदी 

लोकसभा चुनाव 2009

लोकसभा चुनाव 2009 में भाजपा उम्मीदवार यशोधरा राजे सिंधिया ने 252,314 वोटों से जीतीं थी, उन्होंने कांग्रेस के अशोक सिंह को हराया था। अशोक सिंह को 225,723 वोट मिले थे जबकि बीएसपी के अजब सिंह कुशवाह को 76,481 मत मिले थे। लोकसभा के इस चुनावी समर में सभी पार्टियों के नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, अब देखना ये है कि क्या मतदाता भी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं।

लोकसभा चुनाव 2014 

मध्य प्रदेश की ग्वालियर लोकसभा सीट पर 2014 के आम चुनाव में BJP के नरेंद्र सिंह ने जीत हासिल की थी। उन्हें 4,42,796 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के अशोक सिंह 4,13,097 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे। कुल  9,90,912 यानी कि 52.80 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया। इससे पहले 2009 के चुनाव में  बीजेपी की यशोधरा राजे सिंधिया ने 2,52,31 (43.19 प्रतिशत) वोट हासिल किए थे। उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के अशोक सिंह को 2,25,723 (38.64 फीसदी) वोट मिले थे। कुल 5,84,196 (41.12 प्रतिशत) वोट डाले गए थे। 

 

 
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