Do not marry this girl आचार्य चाणक्य की गणना विश्व के श्रेष्ठतम विद्वानों में की जाती है। उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति वर्तमान समय में भी लाखों युवाओं का मार्गदर्शन कर रही है। आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में ना केवल जीवन में सफलता के गुण बताएं हैं। बल्कि यह भी बताया है कि जीवन में व्यक्ति को किन-किन व्यवहारों का पालन करना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में स्त्री-पुरुष के बीच कैसे संबंध हों इसपर विस्तार से बताया है। नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने गृहस्थ जीवन में आने वाली परेशानी और उससे निजात के तरकीब भी बतायी है।
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Do not marry this girl आचार्य चाणक्य का कहना है कि पति-पत्नी का रिश्ता ऐसा होता है जहां दोनों का ही शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य होना जरूरी है। दोनों की उम्र के बीच ज्यादा अंतर होने से वैवाहिक जीवन में तालमेल नहीं बैठेगा। एक दूसरे की जरुरत को वो पूरा नहीं कर पाएगे। एक वृद्ध पुरुष को जवान महिला से विवाह नहीं करना चाहिए। ये विवाह बेमेल का होता है। ऐसी शादियां कभी भी सफल नहीं होती और स्त्री और पुरुष दोनों बर्बाद हो जाते हैं।
चाणक्य नीति में कहा गया है कि अगर आप दांपत्य जीवन में खुशियां चाहिए तो फिर भूलकर भी एक-दूसरे को नीचा न दिखाएं। पति-पत्नी को इस पवित्र रिश्ते की मर्यादा रखे और उनका पालन भी करें। जिस घर में पति-पत्नी एक-दूसरे को नीचा दिखाते हैं वहां वैवाहिक जीवन में तनाव के अलावा कुछ नहीं मिलता है।
चाणक्य का मानना है कि पति-पत्नी का रिश्ता पवित्र है जिसको मजबूती देने की जरुरत होती है। अगर पति-पत्नी एक-दूसरे की जरूरतों को नजरअंदाज करते हैं तो जीवन में खुशहाली नहीं रहेगी। चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी के बीच हमेशा प्यार और सौहार्द का रिश्ता होना चाहिए।
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। IBC24 इसकी पुष्टि नहीं करता।)