27 March Ki Sehri Ka Time/ Image Credit: Meta AI
नई दिल्ली। Ramadan Health Tips: जिस तरह हिंदू धर्म में तीज-त्योहार और व्रत का महत्व होता है। ठीक उसी प्रकार मुस्लिम धर्म में रमजान का बहुत ही खास महत्व है। रमजान का महीना इस्लामिक धर्म के लिए बहुत ही पाक माना जाता है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार रमजान के पवित्र माह के दौरान ही पैगंबर मोहम्मद को अल्लाह से कुरान की आयतें प्राप्त हुई थी। कहा जाता है कि रमजान में रोजा रखने से व्यक्ति का तन और मन दोनों पवित्र होते है। अल्लाह के करम से जीवन में बरकत आती है। वहीं रमजान का महीना शुरू हो चुका है अगर आप इस रमजान में रोजा रख रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें जिससे रमजान के बीच आप बीमार नहीं पड़ेंगें।
रमज़ान की तैयारी में जरूरी चीज़ें जमा करके रखें। आपको क्या और कैसे खाना है और कितना पानी पीना है इसकी योजना पहले से बना लें, ताकि आपको पोषण की मात्रा का पूरा ध्यान रहे।
रोज़े के दौरान शरीर को पानी की कमी न होने देना अहम है। महिलाओं को प्रतिदिन 2.1 लीटर पानी या तरल पदार्थ (जैसे नारियल पानी, सूप, शोरबा या हर्बल चाय) पीने का लक्ष्य रखना चाहिए। पुरुषों को 2.6 लीटर पेय पदार्थ पीने का लक्ष्य रखना चाहिए।
मुस्लिम अपने परिवार और दोस्तों के साथ शाम में इफ्तार करते हैं। इस वक्त मिठाई, नमकीन स्नैक्स और वसायुक्त व्यंजनों का अधिक सेवन करने की इच्छा हो सकती है। लेकिन अधिक भोजन करने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ सकता है, असुविधा हो सकती है और नींद में बाधा आ सकती है। किसी हल्की चीज़ से शुरुआत करें, जैसे कि खजूर और एक गिलास पानी से। आप अपने मुख्य भोजन और अधिक तरल पदार्थों का सेवन करने से पहले मगरिब की नमाज़ अदा कर सकते हैं।
अंत में, अपनी फिटनेस और मांसपेशियों को बनाए रखने और अच्छी नींद के लिए अपने कार्यक्रम में कुछ हल्के व्यायाम को शामिल करने का प्रयास करें। मगर भारी कसरत करने से बचें।
रोज़े में भारी वर्कआउट से बचें, लेकिन हल्की सैर या योग जारी रखें। इफ्तार के बाद 20-30 मिनट की वॉक पाचन में मदद करेगी।
सहरी में कार्बोहाइड्रेट (जैसे ओट्स, साबुत अनाज), प्रोटीन (अंडे, दही), और फाइबर युक्त चीज़ें (फल, सब्ज़ियां) शामिल करें। यह धीरे-धीरे पचते हैं और लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं।” नमकीन और तली चीज़ों से परहेज करें, ताकि प्यास न बढ़े।