नई दिल्ली: Arvind Kejriwal News इधर शुक्रवार का दिन दिल्ली के सीएम केजरीवाल के लिए राहत लेकर आया। 50 दिन बाद केजरीवाल जेल से बाहर आ गए। सुप्रीम कोर्ट ने आज उन्हें 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। लेकिन हर हाल में 2 जून को सरेंडर करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं। दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में बंद केजरीवाल सिर्फ चुनाव प्रचार कर सकते हैं। अब सवाल ये है कि क्या केजरीवाल की जमानत INDIA गठबंधन के लिए बूस्टर का काम करेगा। क्या केजरीवाल अब दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की 30 सीटों पर खेल को बदल पाएंगे?
Arvind Kejriwal News चुनावी घमासान के बीच अपने सर्वोच्च नेता की कमी को महसूस कर रहे आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से अच्छी खबर सामने आई। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। उन्हें 2 जून को सरेंडर करना होगा। यानी अब अरविंद केजरीवाल बाकी बचे चार चरणों में अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर सकेंगे।
अरविंद केजरीवाल को प्रचार करने के लिए मिली अंतरिम जमानत आम आदमी पार्टी के लिए संजीवनी साबित हुआ है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल ऐसे समय पर जेल से बाहर आ रहे हैं, जब दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में अभी बाकी बचे चरणों में मतदान होना बाकी है। ये वे राज्य हैं जहां आम आदमी का अच्छा-खास प्रभाव है। इन तीनों राज्यों की 18 सीटों पर आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ रही है। गुजरात और असम की चार सीटों पर भी आप चुनाव लड़ रही थी, जहां वोटिंग हो चुकी है। यानी अब अरविंद केजरीवाल का पूरा फोकस बाकी बची 18 सीटों पर रहेगा। जाहिर तौर पर अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद अब आप अपनी चुनावी बिसात नये सिरे से बिछाएगी।
अरविंद केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत ना केवल आप के लिए बल्कि इंडिया गठबंधन के लिए भी बूस्टर डोज साबित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तानाशाह और लोकतंत्र विरोधी साबित करने के लिए इंडिया गठबंधन को अरविंद केजरीवाल के रूप में माहौल बनाने के लिए एक प्रभावकारी वक्ता मिल गया है। केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद सामने आई इंडिया गठबंधन के नेताओं की प्रतिक्रिया बताती है कि कोर्ट के इस फैसले से उनके हौसलों में कितना इजाफा हुआ है। (यहां पर अखिलेश यादव का राहुल के साथ फोटो वाले ट्वीट के अलावा बाकी नेताओं के ट्वीट लगाएं)
अरविंद केजरीवाल की जमानत से जहां आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन गदगद है वहीं भाजपा नेताओं की अपनी अलग दलील है। भाजपा सीधे कोर्ट के फैसले पर सवाल तो नहीं उठा रही है कि वो याद दिलाना नहीं भूल रही है कि ये केवल 1 जून तक की चांदनी है फिर अंधेरी रात है।
हालांकि जांच एजेंसी ईडी ने अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका रोकने के लिए अपनी ओर से पुरजोर कोशिश की थी। ईडी ने फैसले से एक दिन पहले उनकी अंतरिम जमानत का विरोध करते हुए कोर्ट मे शपथ पत्र भी दाखिल किया था। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने ना सिर्फ अंतरिम बेल का विरोध किया बल्कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल कर केजरीवाल को घेरने का पूरा प्लान कर तैयार किया था। इधर सीएम केजरीवाल को सर्वोच्च अदालत से अंतरिम जमानत मिलने के बाद अब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर भी अटकलबाजी शुरू हो गई है। दरअसल, हेमंत सोरेन ने भी सुप्रीम कोर्ट में चुनाव प्रचार के लिए जमानत की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है। कोर्ट हेमंत सोरेन के मामले में क्या रुख अख्तियार करता है ये तो बात में पता चलेगा फिलहाल केजरीवाल के चुनाव प्रचार में उतरने के बाद अब तक नीरस चल रहे चुनावी माहौल में नया रंग जरूर भर गया है।