Raipur Lok Sabha Seat: हर बार चेहरे बदलकर जमीन तलाश रही कांग्रेस, राजधानी की जनता को मोह पाएंगे ‘बृजमोहन’ या होगा ‘विकास’ का राज! जानें समीकरण

Raipur Lok Sabha: हर बार चेहरे बदलकर जमीन तलाश रही कांग्रेस, राजधानी की जनता को मोह पाएंगे 'बृजमोहन' या होगा 'विकास' का राज! जानें समीकरण

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  • Publish Date - May 4, 2024 / 07:34 PM IST,
    Updated On - May 4, 2024 / 08:30 PM IST

रायपुर: Raipur Lok Sabha Seat देश के 13 राज्यों के 88 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान खत्म हो चुका है। जिसके बाद अब तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा। वहीं छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण के मतदान में सरगुजा, रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर चांपा, कोरबा पर चुनाव है। बात करें रायपुर लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है।

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रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है। रायपुर लोकसभा सीट 1952 में पहली बार अस्तित्व में आई थी। राजधानी होने से यह प्रदेश की वीआईपी सीट मानी जाती है। रायपुर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रहा है। यह पार्टी का अभेद्य किला है। भाजपा ने इस सीट पर 8 बार विजयश्री हासिल है। बीजेपी के दिग्गज नेता रमेश बैस सात बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं। वर्तमान में बीजेपी के सुनील सोनी सासंद हैं।

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रायपुर लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी

वैसे तो रायपुर लोकसभा सीट के चुनावी रण में रायपुर सीट का इतिहास बेहद रोचक है। ये वही सीट है जिस पर कुछ साल तक एक ही नेता का सिक्का चलता था, वह हैं भाजपा के कद्दावर नेता रमेश बैस। बैस अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, उन्होंने रायपुर लोकसभा सीट पर सात बार सांसद बनकर इतिहास रच दिया। इस सीट पर भाजपा ने इस बार शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने विकास उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया है।

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रायपुर लोकसभा सीट की समीकरण

रायपुर सीट को भाजपा का मजबूत गढ़ माना गया है। 28 साल से भाजपा का कब्जा है इस सीट पर 7 बार रमेश बैस सांसद रहे हैं। जिसके बाद 2019 में पहली बार सुनील सोनी सांसद बने। उन्होंने 2019 के चुनाव में कांग्रेस के प्रमोद दुबे हो लगभग 3.5 लाख मतो से हराया था। 1991 में आखरी बार कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।

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मुद्दे

रायपुर लोकसभा का ज्यादातर हिस्सा शहरी है,यहां पर हाईवे, रेल, चिकित्सा सुविधा बड़ा मुद्दा है । एयरपोर्ट कनेक्टिवीटी, खेल सुविधाओ का विस्तार, स्मार्ट सिटी फंड का दुरुपयोग बड़ा मुद्दा है ।

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साहू-कुर्मी जाति के दबदबे वाली सीट

रायपुर की लोकसभा सीट में वैसे तो सभी जाति के लोग निवासरत हैं पर बड़ी आबादी साहू समाज की है। साहू, कुर्मी, यादव, सतनामी समाज, सिख, मुस्लिम समेत अनुसूचित जाति एवं जनजाति के मतदाता भी इस सीट पर प्रभावी हैं।

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