Politics on World Tribal Day: भोपाल। आज 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस और भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर कांग्रेस तिरंगा सम्मान यात्रा शुरू की है। इसमें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता पदयात्रा करने के निर्देश दिए गए है। तो वहीं प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इंदौर में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासी वर्ग के महानायक, महान क्रांतिकारी टंटया मामा भील की कर्मस्थली पातालपानी पहुंचकर उन्हें नमन किया। इसके पहले भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान कमलनाथ ने फोटो ट्वीट कर लिखा कि आज भगवान परशुराम जी की जन्मस्थली जानापाव पहुँचकर पूजन -अर्चना किया , उनकी चरणपादुका को नमन किया। प्रदेशवासियो की ख़ुशहाली , समृद्धि , अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
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Politics on World Tribal Day: पूर्व सीएम कमलनाथ के आदिवासी दिवस पर महादेव पानी में टंट्या मामा के दर्शन करने पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा की कमलनाथ और कांग्रेस कितनी बड़ी आदिवासियों कि हितेषी है यह हाल में ही हुए राष्ट्रपति के चुनाव में पता चल गया था। देश के इतिहास में पहली बार सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी मातृ शक्ति बैठने जा रही थी। लेकिन, कमलनाथ ने उनके खिलाफ वोट दिया था। आज वो कमलनाथ आदिवासियों का हितैषी होने का दम भर रहे है। आगे उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस हमेशा से ही आदिवासियों कि विरोधी रही है। दलबीर सिंह हो या स्व जमुना देवी कांग्रेस ने इन्हे कभी मुख्यमंत्री बनने नही दिया। आदिवासी समाज भी कांग्रेस का असली चेहरा जानता है।
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Politics on World Tribal Day: आगे डॉ. मिश्रा ने कांग्रेस की पद यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि पद यात्रा नाम दिया है पर कितने पद चलेंगे देख लेना। कांग्रेस के आंदोलनों का जो हश्र होता है पदयात्रा का भी वहीं हश्र होगा। कांग्रेसी कितने पद चलेंगे यह देखना है। कांग्रेस की तिरंगा सम्मान यात्रा निकालने और घर घर तिरंगा अभियान पर अभी तक स्टैंड क्लीयर नहीं करने पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तिरंगा भारत के स्वाभीमान का प्रतीक है, जब-जब भारत के सम्मान, स्वाभीमान की बात होती है कांग्रेस असमंजस में ही रहती है। क्या सोनिया गांधी तिरंगे के सम्मान में दो शब्द कहेंगी? तिरंगे की कितनी धाक और साख है , यह यूक्रेन युद्ध में पूरे संसार में देख लिया।
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