Hamidia Hospital Bhopal: बदला जाएगा हमीदिया अस्पताल का नाम!.. कैबिनेट मंत्री बोले, ‘इसका नाम ‘देशद्रोही’ पूर्व नवाब के नाम पर’..

हमीदिया अस्पताल का नाम बदला जाए, इसका नाम 'देशद्रोही' पूर्व नवाब के नाम पर है: मध्यप्रदेश के मंत्री

Hamidia Hospital Bhopal: बदला जाएगा हमीदिया अस्पताल का नाम!.. कैबिनेट मंत्री बोले, ‘इसका नाम ‘देशद्रोही’ पूर्व नवाब के नाम पर’..

Hamidia Hospital Bhopal Name Vivad || Image- e-architect file

Modified Date: July 26, 2025 / 06:45 am IST
Published Date: July 25, 2025 10:57 pm IST

Hamidia Hospital Bhopal Name Vivad: भोपाल: अब तक शहरों और स्कूलों के नाम बदलने वाली भाजपा की सरकार में अब अस्पतालों के नाम भी टिक गई है। दरअसल मध्यप्रदेश के मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए दावा किया कि पूर्व नवाब हमीदुल्लाह खान, जिनके नाम पर भोपाल में इस प्रमुख सरकारी मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल का नाम रखा गया है वह एक ‘देशद्रोही’ थे।

पटेल ने हमीदिया अस्पताल में पत्रकारों से कहा, ‘नवाब ने भारत के लोगों पर गोलीबारी को बढ़ावा दिया। छह से ज़्यादा लोग मारे गए। ऐसे व्यक्ति को देशभक्त नहीं कहा जा सकता। वह देशद्रोही थे। ऐसे व्यक्तियों के नाम पर रखे गए सार्वजनिक संस्थानों के नाम बदले जाने चाहिए।’

मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री की यह टिप्पणी भोपाल नगर निगम द्वारा सौ साल पुराने अस्पताल का नाम बदलने के प्रस्ताव को पारित करने के एक दिन बाद आई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है।

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Hamidia Hospital Bhopal Name Vivad: भाजपा पार्षद देवेंद्र भार्गव ने अध्यक्ष की अनुमति से हमीदिया अस्पताल, हमीदिया कॉलेज और हमीदिया रोड से हमीदुल्लाह खान का नाम हटाने का प्रस्ताव रखा, जबकि कांग्रेस पार्षदों ने दावा किया कि सार्वजनिक संस्थानों का नाम बदलने का अधिकार राज्य सरकार के पास है।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक अभिनव बरोलिया ने भाजपा पर निवासियों के मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ‘इतिहास को फिर से लिखने’ का प्रयास करने का आरोप लगाया।

बरोलिया ने कहा, ‘भोपाल की सड़कें गड्ढों से भरी हैं, सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैली है और मानसून के दौरान नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। सरकार इन मुद्दों पर चुप है। वे केवल जनता का ध्यान भटकाने के लिए हिंदू-मुस्लिम विभाजन को बढ़ावा देना चाहते हैं। लेकिन अब लोग इसे समझ रहे हैं।’’


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