Navodaya Vidyalaya students missing: राजधानी के नवोदय विद्यालय से गायब हुए छात्र, आखिरी बार ये काम करते दिखे, पुलिस ने शुरू की तलाशी
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नवोदय विद्यालय से लापता हुए दो छात्रों का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है।
navodaya vidyalaya/ image source: IBC24
- नवोदय स्कूल से दो छात्र लापता
- 12 दिसंबर से कोई सुराग नहीं
- मुगालिया छाप इलाके में देखे गए
Navodaya Vidyalaya students missing: भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नवोदय विद्यालय से लापता हुए दो छात्रों का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। 12 दिसंबर से स्कूल से गायब दोनों छात्रों का अब तक कोई ठोस सुराग नहीं लग पाया है, जिससे परिजनों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों छात्र अचानक स्कूल से निकलकर फरार हो गए थे, जिसके बाद से स्कूल प्रशासन और परिवारों में हड़कंप मच गया।
12 दिसम्बर से स्कूल से लापता हुए दोनो छात्र
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि स्कूल से भागने के बाद दोनों छात्रों को मुगालिया छाप इलाके में देखा गया था, जहां वे एक मोबाइल फोन के साथ मौजूद थे। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल सका है। परिजनों का कहना है कि बच्चों का इस तरह अचानक लापता होना कई सवाल खड़े करता है और हर बीतता दिन उनकी बेचैनी को और बढ़ा रहा है।
रातीबड़ पुलिस जुटी ढूंढने में
Navodaya Vidyalaya students missing: मामले की गंभीरता को देखते हुए रातीबड़ थाना पुलिस लगातार दोनों छात्रों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने स्कूल के आसपास के इलाकों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और संभावित ठिकानों पर तलाशी अभियान तेज कर दिया है। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि छात्रों की आखिरी लोकेशन का पता लगाया जा सके।
पुलिस का कहना है कि मुगालिया छाप क्षेत्र में दोनों छात्रों को मोबाइल के साथ देखे जाने की सूचना महत्वपूर्ण कड़ी हो सकती है और उसी आधार पर आगे की जांच की जा रही है। वहीं, स्कूल प्रशासन से भी छात्रों के दोस्तों और सहपाठियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि वे किन परिस्थितियों में स्कूल से निकले थे।
Navodaya Vidyalaya students missing: पुलिस अधिकारियों का दावा है कि मामले को प्राथमिकता पर लिया गया है और जल्द ही दोनों छात्रों को सुरक्षित बरामद कर लिया जाएगा। उधर, परिजन प्रशासन से लगातार अपील कर रहे हैं कि तलाश को और तेज किया जाए, ताकि बच्चों का जल्द से जल्द पता चल सके।

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