Chhatarpur News: कुत्ते के लिए बैंड-बाजा, भोज और अंतिम संस्कार… ‘तिलकधारी’ की विदाई ने भावुक किया पूरा गांव, अस्थियां जाएंगी प्रयागराज विसर्जन के लिए

Chhatarpur News: कुत्ते के लिए बैंड-बाजा, भोज और अंतिम संस्कार… 'तिलकधारी' की विदाई ने भावुक किया पूरा गांव, अस्थियां जाएंगी प्रयागराज विसर्जन के लिए

Chhatarpur News: कुत्ते के लिए बैंड-बाजा, भोज और अंतिम संस्कार… ‘तिलकधारी’ की विदाई ने भावुक किया पूरा गांव, अस्थियां जाएंगी प्रयागराज विसर्जन के लिए

Chhatarpur News/Image Source: IBC24

Modified Date: September 20, 2025 / 07:21 pm IST
Published Date: September 20, 2025 7:21 pm IST
HIGHLIGHTS
  • छतरपुर में इंसानियत की अनोखी मिसाल,
  • कुत्ते का हिंदू रीति से अंतिम संस्कार,
  • अस्थियां जाएंगी प्रयागराज विसर्जन के लिए,

छतरपुर: Chhatarpur News:  छतरपुर ज़िले के राजनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पिपट में एक पालतू कुत्ते का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। कुत्ते का नाम था तिलकधारी, जिसे उसके मालिक सद्दू पटेरिया ने अपने बेटे की तरह पाला था। उसकी मृत्यु के बाद बाकायदा हिंदू रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया गया।

तस्वीरें छतरपुर ज़िले के पिपट गाँव की हैं जहाँ एक पालतू कुत्ते का अंतिम संस्कार ठीक वैसे ही किया गया जैसे किसी इंसान का होता है। दस साल पहले सद्दू पटेरिया ने सड़क पर मिली एक बेसहारा कुतिया रामकली को सहारा दिया था। रामकली की मृत्यु के बाद उसका एक बच्चा बचा जिसे सद्दू ने पाला और नाम दिया तिलकधारी।

 ⁠

Chhatarpur News:  नामकरण भी भव्य था बैंड-बाजे बजे, गाँववालों ने दावत खाई, नाच-गाना हुआ, और तिलकधारी परिवार का हिस्सा बन गया। लेकिन अब वही तिलकधारी इस दुनिया से विदा हो चुका है। सद्दू ने उसका अंतिम संस्कार हिंदू विधि-विधान से किया है। इतना ही नहीं अब उसकी अस्थियाँ प्रयागराज ले जाकर विसर्जित की जाएँगी। यह कहानी सिर्फ़ एक कुत्ते की नहीं है बल्कि उस रिश्ते की है जहाँ इंसानियत और मोहब्बत हर सीमा को लांघ जाती है।

यह भी पढ़ें


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।