Chhindwara Latest News: गाँव में मचा हाहाकार.. महज 22 दिनों में ही हो गई 6 मासूमों की मौत.. क्या इस वजह से थम रही साँसे
छिंदवाड़ा जिले के परासिया क्षेत्र में पिछले 22 दिनों में रहस्यमय बीमारी के चलते 6 से अधिक मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है। इन मौतों का कारण किडनी फेल होना बताया जा रहा है। छोटे-छोटे बच्चे अचानक बीमार पड़ रहे हैं, और कुछ ही दिनों में उनकी हालत इतनी बिगड़ जाती है कि उन्हें बचाया नहीं जा सका।
- छिंदवाड़ा के परासिया क्षेत्र में 22 दिनों में 6 से अधिक मौतें।
- मासूम बच्चों की मौत की वजह बताई जा रही है किडनी फेल।
- MLA सोहनलाल बाल्मिक ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।
Chindwara News: छिंदवाड़ा: ज़िले के परासिया क्षेत्र से एक ऐसी ख़बर सामने आई है जिसने पूरे जिले ही नहीं बल्कि प्रदेशभर में चिंता की लहर दौड़ा दी है। यहाँ पर पिछले 22 दिनों में 6 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और वजह बनी है एक रहस्यमय बीमारी, जिसने खासतौर पर मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाया है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
छिंदवाड़ा ज़िले के परासिया क्षेत्र में रहस्यमयी बीमारी से हड़कंप मच गया है। पिछले 22 दिनों के भीतर 6 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज़्यादातर मासूम बच्चे शामिल हैं। डॉक्टरों के अनुसार इन मौतों का प्रमुख कारण किडनी फेल होना बताया जा रहा है। लगातार हो रही मौतों से गाँवों में दहशत का माहौल है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाते हुए तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भेजने और गाँव-गाँव में हेल्थ कैंप लगाने की मांग की है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मामले की जांच जारी है और टीम को सक्रिय किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग पर सवाल
हालाँकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि उनकी टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और मामले की जाँच भी की जा रही है लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि न तो कोई मेडिकल कैंप लगाए गए हैं और न ही सही रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं।
MLA सोहनलाल बाल्मिक का धरना
Chindwara News: परासिया के विधायक सोहनलाल बाल्मिक सीधे मैदान में उतर आए और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि विभाग ने समय रहते जाँच और इलाज की उचित व्यवस्था नहीं की, जिसकी वजह से मासूमों की जानें गयी हैं।
लोग दहशत में
गाँवों में अब दहशत का माहौल है स्थानीय लोगों को ये डर सता रहा है की उनके बच्चे भी इस रहस्यमयी बीमारी की चपेट में न आ जाएँ। उनका कहना है कि बच्चे अचानक तेज बुखार और उल्टी जैसी दिक्कतों से पीड़ित हो रहे हैं, और फिर हालत बिगड़ने पर उन्हें बड़े शहरों के अस्पतालों में ले जाना पड़ रहा है। कई मामलों में वक्त पर इलाज ना मिलना मौत का कारण बन रहा है।
धरने पर बैठे MLA और लोगों की मांग है कि तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम परासिया भेजी जाए, हर गाँव में हेल्थ कैंप लगाकर बच्चों की जांच की जाए और बीमारी की असली वजह सामने लाई जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो ये सिलसिला और भी लंबा खिंच सकता है।
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