Gwalior Kidnapping: तीन साल का रितेश अब भी लापता! पुलिस की 20 टीमें कर रहीं जंगल-नाले में सर्चिंग, अपहरण की आशंका, परिवार से की कड़ी पूछताछ
Gwalior Kidnapping: तीन साल का रितेश अब भी लापता! पुलिस की 20 टीमें कर रहीं जंगल-नाले में सर्चिंग, अपहरण की आशंका, परिवार से की कड़ी पूछताछ
Gwalior Kidnapping/Image Source: IBC24
- तीन साल का रितेश अब भी लापता
- पुलिस को अपहरण की आशंका
- मासूम रितेश की तलाश में 500 जवान जुटे
ग्वालियर: Gwalior Kidnapping: ग्वालियर के मोहनपुर में शनिवार दोपहर घर के आंगन से संदिग्ध हालात में लापता तीन साल का रितेश छह दिन बाद भी बे-सुराग है। पुलिस ने 20 टीमें बनाकर 500 से अधिक जवान और अफसर जंगल से लेकर नदी-नाले तक सर्चिंग में लगाए हैं। पुलिस की जांच अब पूरी तरह लापता बच्चे के परिवार पर आकर टिक गई है। आशंका जताई जा रही है कि बच्चे के लापता होने के पीछे मां-पिता के विवाद या किसी तीसरे व्यक्ति की एंट्री हो सकती है।
रितेश का छह दिन से नहीं मिला सुराग (Gwalior missing child case)
पुलिस ने पिछले दो दिनों में बच्चे की मां, पिता, मामा और मामी से कड़ी पूछताछ की है। इस बीच यह बात भी सामने आई है कि मंगलवार शाम को बच्चे के मामा को किसी देवता की “सवारी” आई थी, जिसके दौरान उसने बताया कि 24 घंटे के भीतर बच्चा मिल जाएगा। अब पुलिस 24 घंटे का इंतज़ार कर रही है। इसके बाद पुलिस मामा को निगरानी में ले सकती है। आईजी ग्वालियर रेंज अरविंद कुमार सक्सेना के मुताबिक, जिस स्थान से बच्चा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुआ है, वहाँ से तीन दिशाओं में घना जंगल है और एक दिशा में लगभग 100 मीटर की दूरी पर बायपास है, जो 200 मीटर आगे जाकर ग्वालियर-झांसी हाइवे से जुड़ता है। तीन ओर से रास्ता बंद होने के कारण उस स्थान तक आम लोगों की आवाजाही नहीं होती है। लापता मासूम केवल तीन साल का है, इसलिए वह स्वयं अधिक दूर नहीं जा सकता। यदि वह निकल गया हो तो वापस लौटना उसके लिए संभव नहीं था।
अपहरण की आशंका (Ritesh missing boy)
Gwalior Kidnapping: पुलिस को आशंका है कि यदि यह अपहरण है, तो अपहरणकर्ता घर के आसपास ही घात लगाए बैठा था। वहीं, यदि यह हादसा है, तो पुलिस जंगल और आसपास के क्षेत्रों में लगातार सर्चिंग कर रही है। पुलिस ने अब तक 500 से अधिक जवान और अफसर सर्च ऑपरेशन में लगाए हैं। आईजी ग्वालियर अरविंद सक्सेना का कहना है कि पुलिस ने इस मामले को एक चुनौती के रूप में लिया है। जंगल में लगातार सर्चिंग जारी है और बच्चे के परिजनों पर भी नज़र रखी जा रही है। हमारा उद्देश्य हर हाल में बच्चे को सुरक्षित वापस लाना है।
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