Zilla Panchayat Member won election: जिपं सदस्य 7 साल बाद पहनेंगे जूते -चप्पल

चुनाव हारने पर खाई थी फुटवेयर न पहनने की कसम, 7 साल बाद पहनेंगे जूते -चप्पल

Zilla Panchayat Member won election: चुनाव हारने पर खाई थी फुटवेयर न पहनने की कसम, 7 साल बाद पहनेंगे जूते -चप्पल

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:35 PM IST, Published Date : July 16, 2022/5:29 pm IST

Zilla Panchayat Member won election: भोपाल। राजधानी के वार्ड-8 से एख ऐसे जिला पंचायत सदस्य ने चुनाव जीता है जिसने हारने के बाद ये कसम खाई थी कि चुनाव न जीतने तक वे फुटवेयर नहीं पहनेंगे। जिसके बाद उन्हे 7 साल बाद जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते है। इस जीत के साथ अब वे जूते-चप्पल पहनेंगे। बता दें कि भोपाल के विक्रम भालेश्वर 7 साल पहले सिर्फ 62 वोटों से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए थे। इससे पहले वे जिला पंचायतके साथ मंडी समिति सदस्यों के दो चुनाव हारे थे। जिसके बाद उन्होंने कसम खाई थी कि जब तक चुनाव नहीं जीतेंगे, तब तक जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे। इस बार भोपाल जिला पंचायत वार्ड-8 से सदस्य के चुनाव में उन्होंने 3,137 वोटों से जीत दर्ज की। इसके लिए उन्होंने खूब संघर्ष किया।

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7 साल पहले हारे थे चुनाव

Zilla Panchayat Member won election: विक्रम भालेश्वर 132 गांवों में बिना किसी जूते-चप्पल के नंगे पैर पैदल ही घूमे। अब वे जीतने के बाद इन गांवों में फिर जाएंगे। इसके बाद ही जूते-चप्पल पहनेंगे। विक्रम 38 साल के है और भोपाल के ग्राम भमौरा के रहने वाले हैं। वे किसान है और उन्होंने एमए पास किया हैं। सबसे पहले उन्होंने 2010 के पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। 2012 में मंडी समिति के चुनाव में फिर मैदान में उतरे, लेकिन इस बार भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। 2015 में हुए पंचायत चुनाव में वे फिर से जिला पंचायत के वार्ड-8 से मैदान में उतरे तब वे मात्र 62 वोटों से चुनाव हार गए थे।

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जनता को मानते है भगवान

Zilla Panchayat Member won election: जिस तरह से आम इंसान मंदिर या दूसरे धार्मिक स्थलों पर नंगे पैर जाते हैं। ठीक उसी तरह विक्रम भी जनता के पास नंगे पैर गए, क्योंकि वे जनता को भगवान के समान मानते है। इसलिए उन्होंने 2015 में चुनाव हारने के बाद से जूते-चप्पल त्याग दिए। यहां तक कि किसी शादी समारोह में भी वे नंगे पैर ही जाते थे। चुनाव हारने के बाद विक्रम घर पर नहीं बैठे बल्कि पिछले 7 साल से गांवों में सक्रिय रहे। इस बार फिर से किस्मत आजमाने चुनाव में उतरे जिसके बाद भगवान रूपी जनता ने उन्हें चुनाव जीता दिया। भोपाल जिला पंचायत के वार्ड-8 से सदस्य का चुनाव जीतने के बाद  विक्रम ने बताया कि वे अभी भी नंगे पैर ही घूमुंगे, क्योंकि उन्हें हर गांव में पहुंचकर जनता का शुक्रिया अदा करूंगा। इसके बाद ही वे जूते-चप्पल पहनेंगे। गौरतलब है कि विक्रम नंगे पैर ही जीत का सर्टिफिकेट लेने आए थे।

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