Face To Face Madhya Pradesh: ‘नो एंट्री’, पिटाई, विवाद..कहां करें फरियाद? क्या इंदौर में हुई घटना दलित अपमान का मामला है या सिर्फ स्थानीय विवाद? देखिए पूरी रिपोर्ट

Face To Face Madhya Pradesh: 'नो एंट्री', पिटाई, विवाद..कहां करें फरियाद? क्या इंदौर में हुई घटना दलित अपमान का मामला है या सिर्फ स्थानीय विवाद? देखिए पूरी रिपोर्ट

Face To Face Madhya Pradesh: ‘नो एंट्री’, पिटाई, विवाद..कहां करें फरियाद? क्या इंदौर में हुई घटना दलित अपमान का मामला है या सिर्फ स्थानीय विवाद? देखिए पूरी रिपोर्ट

Face To Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24

Modified Date: April 15, 2025 / 11:44 pm IST
Published Date: April 15, 2025 11:21 pm IST
HIGHLIGHTS
  • दलित दूल्हे को मंदिर में घुसने से रोके जाने की घटना ने सामाजिक भेदभाव की सच्चाई उजागर की
  • मुरैना में फायरिंग की घटना ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
  • विपक्ष ने तीनों घटनाओं को जोड़ते हुए दलितों के खिलाफ लगातार अत्याचार का आरोप लगाया।

भोपाल: Face To Face Madhya Pradesh मध्यप्रदेश के तीन शहरों में हिंसा, उत्पीड़न और मंदिर में प्रवेश की मनाही की घटनाएं हुईं। तीनों घटनाओं में पीड़ित पक्ष दलित है। जाहिर तौर पर इसे लेकर विपक्ष ने शोर मचाना शुरू कर दिया है और इसे दलित उत्पीड़न से जोड़ रहा है। अब सवाल ये है कि क्या मामला जातीय विद्वेष है या फिर स्थानीय विवाद जिनको आपस में जोड़कर देखना सही नहीं है?

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Face To Face Madhya Pradesh इंदौर, मुरैना और छतरपुर की ये तीनों घटनाएं हुई तो स्थानीय तौर पर है लेकिन इस समय ये मुद्दा पूरे प्रदेश का मुद्दा बना हुआ है। इंदौर में दूल्हे को मंदिर में जाने से रोका गया है। पुजारी ने मंदिर में ताला लगा दिया। उधर मुरैना में भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शोभा यात्रा निकालने के दौरान तेज आवाज में गाना बजाने को लेकर दो समाज के बीच विवाद हुआ। जिसमें एक गुट ने दूसरे गुट पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी..गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई और छतरपुर में दंबगों ने दलित परिवार पर हमला किया है जिसमें तीन लोग जखमी हो गए है। अब तीन मुद्दों को आधार बनाते हुए कांग्रेस कह रही है बीजेपी में दलितों के साथ अत्याचार हो रहा है।

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कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने हमारी सरकार में ऐसा नहीं होता। हम सब के साथ सबके विश्वास की बात करत हैं। कोई घटना हुई है तो उन्हें दंडित किया जाएगा। हालांकि बाद में दलित दूल्हे को लेकर स्थानीय लोग राम मंदिर पहुंचे और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया, लेकिन एक बात तो तय है दूल्हे को मंदिर में प्रवेश से रोकना ये बाताता कि समाज अभी भी दलितों को वो जगह समाज में नहीं दे पाया। जिसका जिक्र आए राजनीतिक दल करते हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।