Reported By: Shashikant Sharma
,खरगोन : Little Google Dhruvi : मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के आदिवासी क्षेत्र भगवानपुरा के ग्राम मदनी खुर्द की साढ़े तीन वर्षीय ध्रुवी मंडलोई अपनी अद्वितीय बुद्धिमत्ता के कारण चर्चा का केंद्र बनी हुई है। जिस उम्र में बच्चे सही से बोलना भी सीखते हैं, उसी उम्र में यह नन्हीं बालिका ऐसा ज्ञान रखती है जिससे हर कोई हैरान है।
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Little Google Dhruvi : ध्रुवी को विश्व के 180 से अधिक देशों और भारत के राज्यों की राजधानियां कंठस्थ हैं। इतना ही नहीं, यह नन्हीं बच्ची पीरियोडिक टेबल को भी बिना किसी रुकावट के फर्राटेदार तरीके से सुना सकती है। इतनी छोटी उम्र में इतनी बड़ी जानकारी याद रखना अपने आप में एक दुर्लभ उपलब्धि है। ध्रुवी की असाधारण प्रतिभा को देखते हुए हैरानी की बात यह है कि अभी तक उसका किसी भी स्कूल में दाखिला नहीं हुआ है। ध्रुवी की प्रतिभा ने उसे छोटे से गांव से निकालकर दिल्ली तक पहुंचा दिया। हाल ही में उसका नाम वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। साथ ही, 15 फरवरी को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा उसे शील्ड, मेडल और प्रमाण पत्र देकर दिल्ली में सम्मानित किया गया।
Little Google Dhruvi : ध्रुवी के पिता अजय मंडलोई गांव में रहकर खेती का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जब उनकी बेटी दो से ढाई वर्ष की थी, तब उसने टीवी देखते हुए धीरे-धीरे किरदारों के नाम दोहराने शुरू कर दिए। माता-पिता ने महसूस किया कि बच्ची में सीखने की अद्भुत क्षमता है। उन्होंने घर पर ही उसे भारत के राज्यों की राजधानियां सिखानी शुरू की। बाद में विश्व के देशों की राजधानियां, राष्ट्रगान, कविताएं और पीरियोडिक टेबल भी सिखाई, जिसे ध्रुवी ने तेजी से याद कर लिया। अजय मंडलोई का मानना है कि गांवों में भी अद्भुत प्रतिभाएं छिपी होती हैं, जिन्हें अगर सही मार्गदर्शन और सरकारी सहयोग मिले, तो वे बड़े मंचों पर अपनी पहचान बना सकती हैं।