लाडली बहना योजना: शिवराज ने 1.25 करोड़ महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये अंतरित किए |

लाडली बहना योजना: शिवराज ने 1.25 करोड़ महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये अंतरित किए

लाडली बहना योजना: शिवराज ने 1.25 करोड़ महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये अंतरित किए

:   Modified Date:  June 10, 2023 / 10:03 PM IST, Published Date : June 10, 2023/10:03 pm IST

जबलपुर, 10 जून (भाषा) आगामी विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं के एक बड़े वर्ग को साधने के प्रयास के तहत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यहां ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’ के तहत गरीब और मध्यम वर्ग की करीब 1.25 करोड़ महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये अंतरित किए।

इस योजना के माध्यम से 23 से 60 साल आयुवर्ग की महिलाओं को हर महीने की 10 तारीख को एक-एक हजार रुपये जारी किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने यहां के गैरीसन मैदान में एक ‘‘क्लिक’’ कर लाभार्थियों के खातों में यह राशि अंतरित की और लगे हाथ यह घोषणा भी कर दी कि धीरे-धीरे इस योजना के तहत दी जाने वाली राशि को प्रति माह 3,000 रुपये कर दिया जाएगा। उन्होंने इस मौके पर उम्र सीमा 23 वर्ष से 21 वर्ष किए जाने की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा, ‘‘अभी तो यह योजना एक हजार रुपये से शुरु हुई है। आपके भाई के मन में अभी बहुत कुछ है। धीरे-धीरे इस राशि को बढ़ाता जाऊंगा। पैसे का इंतजाम हुआ तो 1250, फिर 1,500 से बढ़ाते हुए 3,000 रुपये कर दूंगा। मैं जो कहता हूं, वह करके दिखाता भी हूं।’’

ज्ञात हो कि इस योजना की काट के लिए हाल ही में कांग्रेस ने घोषणा की थी कि वह यदि सत्ता में आएगी तो इस आयुवर्ग की महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह देगी।

इससे, पहले उन्होंने कन्या पूजन किया और एक ‘लाडली बहना’ के पैर भी पखारे।

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से पूरी एकजुटता दिखाने की भी कोशिश हुई।

भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वी डी शर्मा, जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे और प्रदेश सरकार के मंत्री व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

‘‘नर्मदा मैया, शिवराज भैया’’ के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन ना सिर्फ अद्भुत, बल्कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक भी है।

उन्होंने कहा, ‘‘पैसों के अभाव में छोटी-छोटी जरूरतों के लिए बहनों को दूसरों पर आश्रित होना पड़ता है। बेटियां मुझे मामा कहती हैं, ऐसे में मैं उनकी माताओं का भाई हुआ। और भाई होने के नाते मेरी भी जिम्मेदारी है। बहनें पहले राखी बांधने आती थीं, उन्हें साल में एक बार पैसे मिलते थे। मैंने सोचा क्यों ना हर महीने यह हो जाए। यह पैसा घर में आएगा, तो परिवार की स्थिति सुधर जाएगी, महिलाओं की जिंदगी बदल जाएगी और बच्चों का भविष्य संवर जाएंगा।’’

मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवराज ने लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की थी और इससे उनकी लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ था।

इस कार्यक्रम में आई बड़ी संख्या में महिलाओं के हाथ में शिवराज को भैया संबोधित करते हुए पोस्टर और बैनर ले रखे थे।

महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार तथा परिवार के निर्णय में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री ने इसी साल मार्च में लाडली बहना योजना की शुरुआत की थी।

मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर हर गांव में लाडली बहना सेना गठित करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह सेना सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने में सहयोग करेगी और महिलाओं के खिलाफ अन्याय एवं शोषण के खिलाफ आवाज भी उठाएगी। उन्होंने महिलाओं से बड़ी संख्या में इस सेना में शामिल होने की अपील की।

कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए जोरदार तालियां बजाईं।

शिवराज ने इस अवसर पर कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि उनकी सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए शुरू की गई कुछ योजनाओं को समाप्त कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग कोई काम नहीं करते हैं और दिन रात घोषणाएं करते हैं। ऐसे झूठ बोलने वालों से सावधान रहना चाहिए। उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए। बहनों को भाजपा की सरकार के साथ ही रहना है। मोदी जी के साथ ही रहना है।’’

मुख्यमंत्री ने लाडली बहना को अपना परिवार बताते हुए कहा कि वह हमेशा उनके सुख और दुख में साथ देंगे।

अधिकारियों ने बताया कि इस योजना में अब तक 1.25 करोड़ से अधिक महिलाओं ने पंजीयन कराया था, जिनमें 6,84,363 पेंशनभोगी महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें 17 प्रतिशत महिलाएं अनुसूचित जाति से हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति की लगभग 20 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग की 47 प्रतिशत एवं सामान्य वर्ग की लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं योजना में शामिल हैं।

ज्ञात हो कि राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने हैं। राज्य में पांच करोड़ 40 लाख मतदाता हैं, इनमें महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 60 लाख है।

भाषा ब्रजेन्द्र दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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