शहडोल, चार फरवरी (भाषा) मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक ओझा द्वारा उपचार के नाम पर 50 से अधिक बार गर्म लोहे की छड़ से दागे जाने के चलते ढाई माह की बच्ची की मौत होने के मामले में प्रशासन ने जांच के लिए बालिका का शव कब्र से खोदकर बाहर निकलवाया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जिला कलेक्टर वंदना वैद्य ने कहा कि बच्ची के शव को शुक्रवार को कब्र से निकाला गया और शनिवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बच्ची की मौत निमोनिया के कारण हुई, लेकिन मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद चल पाएगा।
आदिवासी बहुल जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र के कठौतिया की रहने वाली बच्ची की मां ने कहा कि परिवार वाले पहले बीमार बेटी को झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गए लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ।
बाद में परिवार ने एक महिला से संपर्क किया, जिसने बच्ची के इलाज के लिए 51 बार गर्म लोहे की छड़ से उसके शरीर को दागा।
मां ने कहा कि बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बुधवार को इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गयी।
इसके बाद परिजनों ने बच्ची के शव को दफना दिया। स्थानीय मीडिया से घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने शव को बाहर निकालने का निर्णय लिया।
भाषा सं दिमो पारुल शफीक
शफीक
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