मध्यप्रदेश: नौकरी जाने के डर से शिक्षक दंपति ने अपने चौथे बच्चे को जंगल में छोड़ा

मध्यप्रदेश: नौकरी जाने के डर से शिक्षक दंपति ने अपने चौथे बच्चे को जंगल में छोड़ा

मध्यप्रदेश: नौकरी जाने के डर से शिक्षक दंपति ने अपने चौथे बच्चे को जंगल में छोड़ा
Modified Date: October 3, 2025 / 05:33 pm IST
Published Date: October 3, 2025 5:33 pm IST

छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश), तीन अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के एक शिक्षक दंपति ने नौकरी जाने के डर से अपने चौथे बच्चे को कथित तौर पर जंगल में छोड़ दिया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि एक बाइक सवार ने नवजात बच्चे के रोने की आवाज सुनी और पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद दंपति के इस कृत्य का पर्दाफाश हुआ।

पुलिस उप-विभागीय अधिकारी कल्याणी बरकड़े ने बताया कि 24 सितंबर को जन्मे इस लड़के को माता-पिता ने अमरवाड़ा तहसील के अंतर्गत नंदनवाड़ी-तहतोरी जंगल में छोड़ दिया था।

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बचाए जाने के बाद, बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस ने उसके माता-पिता की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी।

अमरवाड़ा तहसील के सिधौली स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत बच्चे के माता-पिता का आखिरकार पता लगा लिया गया।

उन्होंने पुलिस को बताया कि यह बच्चा उनका चौथा बच्चा था और उन्हें डर था कि इसके चलते उनकी सरकारी नौकरी जा सकती है।

मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियमों के अनुसार, यदि किसी सरकारी कर्मचारी का तीसरा बच्चा 26 जनवरी, 2001 के बाद जन्मा है, तो वह कर्मचारी सरकारी नौकरी के लिए अयोग्य हो जाता है।

अधिकारी ने बताया कि बबलू डंडोलिया (38) और राजकुमारी डंडोलिया (28) नामक दंपति को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से बाद में उन्हें जमानत मिल गई।

खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र वर्मा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने कहा कि उन्होंने दंपति की शिक्षक के रूप में नियुक्ति से संबंधित स्कूल के रिकॉर्ड मंगवाए हैं। उन्होंने कहा कि जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे।

भाषा सं दिमो संतोष

संतोष


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