MP News: जंगली जानवरों से अन्नदाता परेशान, फसलों को पहुंचा रहे नुक़सान, किसानों ने IBC24 के जरिए शासन से लगाई गुहार
MP News: शाजापुर जिले में हिरण, नीलगाय (रोजड़ा) जंगली सुअर, सीढ़ी, आवारा मवेशी, की बढ़ती तादाद से किसान चिंतित हैं। किसानों को रात रात भर पहरा देने के बाद भी फसल नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
Farmers are troubled by wild animals, image source: ibc24
- शाजापुर जिले में 80 प्रतिशत किसान खेती किसानी के ऊपर निर्भर
- जंगली जीव जंतु किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे
- वन विभाग की नाकामी के चलते वनों की कटाई को नहीं रोका जा सका
- सलसलाई क्षेत्र में पहुंची IBC24 की टीम
शाजापुर: Farmers are troubled by wild animals, शाजापुर जिले में 80 प्रतिशत किसान खेती किसानी के ऊपर निर्भर हैं, जिले में बड़े उद्योग केंद्र नहीं होने से कृषि कार्य करके किसान अपनी जीवका चलाते हैं। लेकिन वर्तमान समय में जिले में किसानो ने गेहूं, चना, सरसो, लहसुन, प्याज, मेथी एवं फलदार वृक्ष लगा कर कृषि कार्य में व्यस्त हैं। किसानो के द्वारा बोई गई फसल उत्पादन करने में जिले के किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें से प्रमुख समस्या है जंगली जीव।
शाजापुर जिले में हिरण, नीलगाय (रोजड़ा) जंगली सुअर, सीढ़ी, आवारा मवेशी, की बढ़ती तादाद से किसान चिंतित हैं। किसानों को रात रात भर पहरा देने के बाद भी फसल नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि जंगली जीव जंतु किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिसका मुख्य कारण वर्तमान में जंगल की कटाई है, आधुनिकीकरण की दौड़ में जंगलों को उजाड़ा जा रहा है, जिस पर कृषि की जा रही है एवं हरे भरे लहलहाते पेड़ों को काटा जा रहा है और जंगल समाप्त होता जा रहा है। जिले में वन विभाग की जमीन भी मौजूद है, जो वनों के संरक्षण के लिए कार्य करता है, लेकिन वन विभाग की नाकामी के चलते वनों की कटाई को नहीं रोका जा सका है।
सलसलाई क्षेत्र में पहुंची IBC24 की टीम
इस खबर की पड़ताल के लिए IBC24 की टीम जिले के सलसलाई क्षेत्र में पहुंची, जहां पर बेदानगर के किसानों से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि उनके गांव में हिरणों के कई झुंड, नीलगाय, जंगली सूअर, सीडी ऐसे कई प्रकार के जंगली जानवर हैं, जो उनके द्वारा बोई गई फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। समय-समय पर वहां आला अधिकारियों को शिकायत भी करते हैं एवं गुहार भी लगते हैं, लेकिन धरातल पर किसानों की समस्या का निराकरण नहीं हो पता है।
एक किसान ने कहा कि…. शासन प्रशासन को चाहिए कि जंगली जानवरों को यहां से सुरक्षित स्थान पर विस्थापित कर दें, ताकि उनकी फसलों को नुकसान नहीं पहुंचे। वही जिन किसानों की फसलें ज्यादा खराब हुई हैं, उनका सर्वे कर उन्हें मुआवजा दिया जाए। साथ ही जिले में सक्रिय लकड़ी माफियाओं के ऊपर भी कड़ी कार्रवाई की जाए। वर्तमान समय में जिले में कई आरा मशीन संचालित होती हैं, जहां पर बड़ी संख्या में लड़कियां मौजूद होती हैं, इसके बाद भी वनों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। इसके लिए वन विभाग को जमीन स्तर पर उतरकर आम लोगों को पेड़ों के लाभ के प्रति जागरूक करना चाहिए एवं पेड़ काटने वाले लोगों पर कार्यवाही करना चाहिए।
शाजापुर जिले में आलू, प्याज बड़ी मात्रा में उत्पादित होता है, जो महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में जाता है। इन फसलों को भी जंगली जानवरों से नुकसान हो रहा है। मामले में वन विभाग डीएफओ ने बताया कि जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए जल्द योजना बनाई जाएगी।

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