रायपुर/भोपालः छत्तीसगढ़ में जहां पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश ने सिंध से आए हिंदुओं की चिंता बढ़ा दी। वहीं मध्यप्रदेश में इस मामले ने अलग ही मोड ले लिया। बीजेपी ने सवाल उठाया की एक्शन सिर्फ पाकिस्तानी नागरिकों पर ही क्यों? रोहिंग्या और बांग्लादेशियों पर भी सरकार कार्रवाई करें। मध्यप्रदेश में जहां पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या 228 चिन्हित हुई है। वहीं बांग्लादेशियों की संख्या इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है।
पाकिस्तानियों की पहचान कर उन्हे वापस भेजने को लेकर मोहन सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है.. सीएम मोहन यादव शनिवार रात पुलिस मुख्यालय पहुंचे। DGP कैलाश मकवाना के साथ अधिकारियों की मीटिंग ली। सीएम मोहन ने केंद्र सरकार के निर्देशों के सख्ती से पालन के निर्देश दिए। वहीं मध्यप्रदेश में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा।केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने के निर्देश दिए तो इसी बहाने मध्यप्रदेश में अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा भी गरमा गया। बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने अवैध रुप से रह रहे बांग्लादेशियों को तुरंत वापस चले जाने का अल्टीमेटम दिया तो इंदौर माहापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी इस बात पर जोर दिया कि ये कार्रवाई पाकिस्तानियों तक सीमित नहीं रखी जाए, बल्कि इसमें रोहिंग्या मुसलमानों को भी शामिल किया जाए। बीजेपी ने अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा उठाया तो कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा। अवैध बांग्लादेशियों की समस्या के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश आगबबूला है। पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों के साथ इन दिनों भारत के संबंध अच्छे नहीं हैं। पाकिस्तान जहां अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। वहीं बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद वहां एक ऐसी सरकार है जिस पर हिंदू अल्पसंख्यक की सुरक्षा खतरे में डालने का आरोप है। हिंदुओं पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसके चलते इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।