प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर के 76.50 करोड़ रुपये की लागत वाले दूध पाउडर संयंत्र का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर के 76.50 करोड़ रुपये की लागत वाले दूध पाउडर संयंत्र का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर के 76.50 करोड़ रुपये की लागत वाले दूध पाउडर संयंत्र का उद्घाटन किया
Modified Date: October 11, 2025 / 03:08 pm IST
Published Date: October 11, 2025 3:08 pm IST

इंदौर, 11 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में करीब 76.50 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित दूध पाउडर संयंत्र का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शनिवार को उद्घाटन किया।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने नयी दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रों में अलग-अलग राज्यों में जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उनमें इंदौर का दूध पाउडर संयंत्र शामिल है।

उन्होंने बताया कि इंदौर सहकारी दुग्ध संघ के इस संयंत्र के निर्माण में लगभग 76.50 करोड़ रुपये की लागत आई और इसके जरिये हर रोज 30 मीट्रिक टन दूध पाउडर बनाया जा सकेगा।

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प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संयंत्र के लोकार्पण के दौरान सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव इंदौर में मौजूद थे। उन्होंने इस संयंत्र के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (एनपीडीडी) के तहत स्थापित इकाई से प्रदेश के डेयरी क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।

यादव ने कहा,‘‘राष्ट्रीय दूध उत्पादन में मध्यप्रदेश की मौजूदा भागीदारी करीब नौ प्रतिशत है जिसे हमने पांच साल में बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। प्रदेश सरकार किसानों को दूध का सही दाम दिलाने के प्रति कृतसंकल्प है।’’

उन्होंने कहा कि मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने गुजरे बरसों में गेहूं और सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लगातार बढ़ाया है जिससे सूबे के किसानों को फायदा हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए हाल ही में भावांतर भुगतान योजना पेश की है ताकि उन्हें उपज का सही दाम मिल सके।

अधिकारियों ने बताया कि अगर मंडियों में व्यापारियों द्वारा किसानों के सोयाबीन की खरीद केंद्र के घोषित एमएसपी से कम कीमतों पर की जाती है, तो इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार के खजाने से दोनों मूल्यों के अंतर का भुगतान किया जाएगा ताकि उनके घाटे की भरपाई हो सके।

यादव ने कहा,‘‘भावांतर की रकम सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचेगी जिससे धनतेरस के त्योहार पर उनकी खुशियां बढ़ जाएंगी।’’

भावांतर भुगतान योजना को लेकर कांग्रेस के सवाल उठाने पर मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा,’कांग्रेस किसानों के हित में कभी नहीं सोचती और अपने ऐसे ही कर्मों के कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा है।’

भाषा हर्ष संतोष

संतोष


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