Sheopur News: अपने हक की जानकारी लेने पहुंचे थे किसान, नायब तहसीलदार अपने कैबिन से गुस्साते हुए बाहर निकले, फिर जो हुआ…
कुछ किसान अपनी फसलों के मुआवजे की जानकारी लेने तहसील कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान नायब तहसीलदार ने चेम्बर से बाहर निकलकर किसानों पर गुस्सा जताया और विवाद की स्थिति बन गई। मामला अब इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
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- श्योपुर में किसानों पर भड़के नायब तहसीलदार
- चेम्बर से बाहर निकलकर किसानों पर भड़के
- फसल मुआवजे की जानकारी मांगने पर भड़के
Sheopur News: श्योपुर: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बड़ौदा तहसील कार्यालय में सोमवार को किसानों और नायब तहसीलदार के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। जानकारी के अनुसार, कुछ किसान अपनी फसलों के मुआवजे की जानकारी लेने तहसील कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान नायब तहसीलदार ने चेम्बर से बाहर निकलकर किसानों पर गुस्सा जताया और विवाद की स्थिति बन गई। मामला अब इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
किसानों पर भड़के नायब तहसीलदार https://t.co/7iSCIFzfO1
— IBC24 News (@IBC24News) November 4, 2025
बारिश के चलते किसानों की फसलें बर्बाद
Sheopur News: बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण बड़ौदा क्षेत्र में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। खेतों में खड़ी सोयाबीन और बाजरा की फसल पानी में डूब जाने से भारी नुकसान हुआ है। किसान प्रशासन से फसल मुआवजे की उम्मीद लगाए हुए हैं। इसी सिलसिले में कई किसान सोमवार सुबह तहसील कार्यालय पहुंचे और नायब तहसीलदार से मुआवजे की प्रक्रिया व राशि की जानकारी मांगी।
चेम्बर में क्या हुआ ?
Sheopur News: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसान जब जानकारी लेने चेम्बर पहुंचे, तो नायब तहसीलदार ने पहले तो उन्हें इंतजार करने को कहा। कुछ समय बाद जब किसान दोबारा पूछने पहुंचे, तो अधिकारी अचानक भड़क गए और तेज आवाज में किसानों को डांटने लगे। इस पर किसान भी नाराज हो गए और कार्यालय परिसर में बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते वहां मौजूद अन्य किसान भी एकत्रित हो गए और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
किसानों का आरोप है कि अधिकारी उनसे अभद्र भाषा में बात कर रहे थे, जबकि वे सिर्फ अपनी फसलों के नुकसान और मुआवजे की जानकारी लेना चाहते थे।
सूत्रों के मुताबिक, बड़ौदा तहसील के कई गांवों में खेतों में पानी भर जाने से सैकड़ों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सर्वे टीम अभी तक कई इलाकों में नहीं पहुंची है, जिससे किसान परेशान हैं। बारिश के बाद खेतों में फसलें गल रही हैं और किसान बैंकों व खाद बीज दुकानों के कर्ज के बोझ से चिंतित हैं।
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