Vande Bharat: भागवत का महाकौशल दौरा..गरमाई सियासत, कांग्रेस ने साधा निशाना तो बीजेपी ने किया पलटवार, दे डाली ये नसीहत
Mohan Bhagwat Visit Jabalpur: भागवत का महाकौशल दौरा..गरमाई सियासत, कांग्रेस ने साधा निशाना तो बीजेपी ने किया पलटवार, दे डाली ये नसीहत
Mohan Bhagwat Visit Jabalpur | Photo Credit: IBC24
- RSS की बैठक इस बार जबलपुर में आयोजित की जा रही
- संघ प्रमुख मोहन भागवत 9 दिन के दौरे पर
- बैठक में देशभर के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे
जबलपुर: Mohan Bhagwat Visit Jabalpur RSS की हर साल होने वाली अखिल भारतीय बैठक इस बार मध्यप्रदेश में होने जा रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इसके लिए जबलपुर पहुंच गए है। भागवत के प्रदेश दौरे पर कांग्रेस ने सवाल उठाने भी शुरू कर दिए है और इसी बहाने बीजेपी को टारगेट किया है कि आखिर उन्होंने बैठक के लिए महाकौशल को ही क्यो चुना।
Mohan Bhagwat Visit Jabalpur RSS प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर के 9 दिन के दौरे पर है। भागवत यहां 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक चलने वाली संघ की अखिल भारतीय बैठक में शामिल होंगे। जिसमें देश भर से संघ के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। मोहन भागवत का कार्यक्रम यू तो पूरी तरह संघ को समर्पित है, लेकिन इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस तंज कस रही है कि संघ ने अपनी राष्ट्रीय बैठक के लिए जबलपुर को इसलिए चुना क्योंकि महाकौशल में बीजेपी कमजोर है। जिस पर बीजेपी ने पलटवार किया और कांग्रेस को अपने काम से काम रखने की नसीहत दे डाली।
मध्यप्रदेश विधानसभा में महाकौशल की 38 सीटें है। 2023 के चुनाव में इनमें से 21 पर बीजेपी और 17 सीटों पर कांग्रेस जीती थी। जबकि मालवा की 50 में से 37 पर बीजेपी 12 पर कांग्रेस और 1 पर अन्य की जीत हुई थी। इसी तरह निमाड़ अंचल की 16 में से 10 सीटों पर भाजपा और 6 पर कांग्रेस काबिज हुई था।
ग्वालियर चंबल अंचल और बुंदेलखंड में भी भाजपा कांग्रेस के मुकाबले बेहतर स्थिति में थी। यानी महाकौशल को छोड़कर बाकी सभी अंचलों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा था। साफ है महाकौशल बीजेपी की कमजोर कड़ी है। ऐसे में RSS की यहां राष्ट्रीय बैठक के पीछे जो भी मंशा हो कांग्रेस को बीजेपी को घेरने का मौका तो मिल ही गया है।

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