Dr. Mohan Yadav Big Decision: अब मैली नहीं रहेगी 'शिप्रा', सीएम बनते ही डॉ मोहन यादव ने लिया संज्ञान, कहा- नहीं मिलना चहिए सीवरेज का गंदा पानी | Dr. Mohan Yadav Instruction for Clean Shipra River

Dr. Mohan Yadav Big Decision: अब मैली नहीं रहेगी ‘शिप्रा’, सीएम बनते ही डॉ मोहन यादव ने लिया संज्ञान, कहा- नहीं मिलना चहिए सीवरेज का गंदा पानी

Dr. Mohan Yadav Big Decision: अब मैली नहीं रहेगी 'शिप्रा', सीएम बनते ही डॉ मोहन यादव ने लिया संज्ञान, कहा- नहीं मिलना चहिए सीवरेज का गंदा पानी

Edited By :   Modified Date:  January 8, 2024 / 09:14 AM IST, Published Date : January 8, 2024/9:14 am IST

उज्जैन: Dr. Mohan Yadav Big Decision:  मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि सीवरेज एवं नालों का गन्दा पानी शिप्रा नदी में न मिले, इसके लिये उज्जैन एवं इन्दौर के अधिकारी प्लान तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चिन्ता का विषय है कि सीवरेज एवं नालों का गन्दा पानी शिप्रा में मिल रहा है। उन्होंने कहा कि नदी संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिये विशेषज्ञों की राय ली जाये। गन्दा पानी हम शिप्रा में जाने से कैसे रोके, इसका प्लान तैयार किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्दे पानी के नाले एवं सीवरेज का पानी को रोकने के लिये सांवेर, रामवासा, पंथपिपलई, राघौपिपल्या में स्टापडेम बनाया जाये और यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया जाये। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से साफ हुए पानी का उपयोग किसान सिंचाई के लिये करें, इसके लिये किसानों को समझाईश भी दी जाये।

Read More: बुध गोचर से इन राशि वालों को मिल गई कुबेर के खजाने की चाबी, बुधादित्य राजयोग से बदलेगी तकदीर, बनेंगे धनवान

Dr. Mohan Yadav Big Decision:  मुख्यमंत्री ने कहा कि हर हाल में गन्दा पानी शिप्रा में जाने से रोकना चाहिये। उन्होंने कहा कि साल दो साल में नई कॉलोनियां भी डेवलप होती हैं। वहां के सीवरेज के पानी की निकासी भी पर्याप्त व्यवस्था की जाये। वह पानी किसी भी स्थिति में शिप्रा नदी में न मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टापडेम का रख-रखाव, मरम्मत का कार्य एवं आवश्यकता पड़ने पर उसकी ऊंचाई बढ़ाने का काम प्राथमिकता से किया जाये। उक्त निर्देश मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने शिप्रा नदी संरक्षण एवं संवर्द्धन की बैठक में दिये। बताया गया कि कान्ह नदी पर पक्का स्टापडेम बनाने का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदावल में पम्पिंग स्टेशन है। पानी को स्टापडेम की ओर डायवर्ट किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांवेर पर ही गन्दे पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं स्टापडेम बनाकर कंट्रोल कर लें तो शिप्रा शुद्ध रहेगी।

Read More: Today LIVE Update 8 January: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश के पिता नंदकुमार बघेल का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में टाटा प्रोजेक्ट अपना कार्य समय पर पूरा नहीं कर रही है। उनके कार्यों की पुन: समीक्षा की जाये। उन्होंने कहा कि नृसिंह घाट में किसी भी स्थिति में गन्दगी इकट्ठी न हो, अन्यथा वह रामघाट तक प्रवाहित होती है। गोंदिया ट्रेंचिंग ग्राउण्ड के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ही जगह कचरा डम्प होने से आसपास के पांच गांव में पेयजल पीने योग्य नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नई-नई टेक्नालॉजी आ गई है। आवश्यकता है कि नई टेक्नालॉजी के द्वारा हम कचरा अपशिष्ट प्रबंधन करें।

Read More: MPPSC 2022 Mains Exam: लोकसेवक बनने आज होगी मुख्य परीक्षा.. 13 हजार 600 से ज्यादा अभ्यर्थी होंगे शामिल

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में नगर निगम के अपशिष्ट पदार्थ एवं इण्डस्ट्री के गन्दे पानी को रोकने का प्लान तैयार करें। उन्होंने इन्दौर संभागायुक्त मालसिंह को निर्देश दिये कि कार्य-योजना तैयार करें। सांसद अनिल फिरोजिया ने रूद्र सागर में मिलने वाले नाले, नई कॉलोनियों में पानी निकासी की व्यवस्था के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा कि गन्दे नालों के पानी की रोकथाम के लिये छोटे-छोटे स्टापडेम बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सम्बन्ध में भी जानकारी ली।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

 

 
Flowers