औरंगाबाद (बिहार), सात फरवरी (भाषा) बिहार के औरंगाबाद जिला के मदनपुर और ढ़िबरा थाना क्षेत्र में करीब 10 एकड़ में अवैध रूप से लगायी गयी अफीम की फसल को पुलिस ने नष्ट कर दिया।
पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने मंगलवार की शाम आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि मदनपुर थाना अंतर्गत बादम गांव और ढ़िबरा थाना अंतर्गत छुछिया, ढाबी एवं महुआ गांव के जंगली इलाके में अफीम की खेती किये जाने की खुफिया जानकारी मिली थी।
उन्होंने बताया कि इन इलाकों के लोगों की नजर से छिपाने के लिए अफीम की फसल के चारो ओर कुछ दूरी तक वैसी फसलें (मक्का व अरहर) लगाई गई थीं जिनकी ऊंचाई अधिक थी।
मेश्राम ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र में करीब तीन एकड़ और ढ़िबरा थाना क्षेत्र में करीब सात एकड में लगायी गयी अफीम की उक्त अवैध फसल को नष्ट करने के लिए पुलिस की दो अलग-अलग टीम गठित की गई थी।
पुलिस द्वारा नष्ट की गयी अफीम की फसल की कीमत करीब 20 करोड़ रुपये आंकी गयी है।
अफीम की फसल में मोटी-मोटी गांठे उभर आई थी जो शीघ्र ही तैयार होनेवाली थी। इन्ही गांठों में चीरा लगाया गया था ताकि उनसे निकलने वाले चिपचिपे पदार्थ को जमा कर अफीम तैयार किया सके।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में तत्काल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अफीम की खेती करनेवालों को चिन्हित किया जा रहा है। इस तरह की खेती करनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि माओवादियों द्वारा अफीम की खेती कराने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इन इलाकों में पहले भी माओवादियों द्वारा अफीम की खेती कराने के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं।
भाषा सं. अनवर धीरज
धीरज
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