लोकतंत्र के सभी अंग - कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका - नागरिकों के कल्याण के लिए मौजूद हैं : प्रधान न्यायाधीश गवई । भाषा प्रशांत नरेशनरेश