Nagpur Violence Latest Updates: नागपुर हिंसा पर क्या है शिवसेना का स्टैंड?.. उद्धव बोले, सरकार चाहे तो कर सकती है ये काम, पढ़ें पूरा बयान

नागपुर हिंसा को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है और भाजपा व विपक्षी दलों के बीच बयानों की जंग जारी है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या हिंसा के पीछे किसी संगठित साजिश का खुलासा होता है।

Nagpur Violence Latest Updates: नागपुर हिंसा पर क्या है शिवसेना का स्टैंड?.. उद्धव बोले, सरकार चाहे तो कर सकती है ये काम, पढ़ें पूरा बयान

Uddhav Thackeray's statement on Nagpur Violence || Image- ANI News File

Modified Date: March 18, 2025 / 08:16 pm IST
Published Date: March 18, 2025 8:16 pm IST
HIGHLIGHTS
  • उद्धव ठाकरे का भाजपा पर निशाना – नागपुर हिंसा पर कहा, "डबल इंजन सरकार विफल, तो इस्तीफा दे देना चाहिए।"
  • नागपुर में कर्फ्यू लागू – हिंसा के बाद पुलिस ने 11 इलाकों में धारा 163 के तहत कर्फ्यू लगाया।
  • अबू आजमी पर साजिश का आरोप – मंत्री नितेश राणे ने हिंसा के लिए समाजवादी पार्टी विधायक को जिम्मेदार ठहराया।

Uddhav Thackeray’s statement on Nagpur Violence: नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को भाजपा की “डबल इंजन” सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भाजपा चाहती है, तो वह छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटा सकती है, क्योंकि पार्टी केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में है।

Read More: छत्तीसगढ़ में 2615 डीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों की नियुक्ति, जारी की गई स्कूल आवंटन की सूची …देखें

उद्धव ठाकरे का भाजपा पर हमला

नागपुर हिंसा पर पूछे गए सवालों के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, न ही गृह मंत्री हूं। यह पूछना चाहिए कि इसके पीछे कौन है, क्योंकि आरएसएस का मुख्यालय भी वहीं है। अगर डबल इंजन सरकार विफल हो गई है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “अगर भाजपा औरंगजेब की कब्र हटाना चाहती है, तो उसे चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को भी बुलाना चाहिए।”

 ⁠

नागपुर में कर्फ्यू लागू

Uddhav Thackeray’s statement on Nagpur Violence: नागपुर में हिंसा और औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया है। नागपुर पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अगले आदेश तक कर्फ्यू लागू रहेगा। कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर जैसे इलाकों में कर्फ्यू प्रभावी रहेगा।

मंत्री नितेश राणे ने अबू आजमी को ठहराया जिम्मेदार

महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने नागपुर में हुई हिंसा के लिए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंसा सरकार को बदनाम करने के लिए पहले से ही योजना बनाकर की गई थी। राणे ने कहा, “अबू आजमी इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने इस मुद्दे को उठाया। यह एक पूर्व नियोजित हिंसा थी, जिसका उद्देश्य सरकार को बदनाम करना था। हम उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जिन्होंने हमारे पुलिसकर्मियों पर हमला किया। इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

क्या कहा था अबू आजमी ने?

Uddhav Thackeray’s statement on Nagpur Violence: दरअसल अबू आजमी ने कथित तौर पर कहा था कि “औरंगजेब एक क्रूर शासक नहीं था, बल्कि उसने कई मंदिर बनवाए थे।” उन्होंने यह भी कहा कि मुगल सम्राट और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच संघर्ष धर्म को लेकर नहीं, बल्कि प्रशासनिक कारणों से था।

सीसीटीवी फुटेज से हिंसा की साजिश का दावा

शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि हिंसा के पीछे कौन था। उन्होंने कहा, “पत्थर फेंके गए, वाहनों को जलाया गया। सीसीटीवी में स्पष्ट दिख रहा है कि हिंसा करने वाले कौन लोग थे। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि बाहरी लोगों को बुलाकर हिंसा करवाई गई। गिरफ्तार लोगों के उपनाम से भी पता चलता है कि घटना की साजिश किसने रची थी।”

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया सुनियोजित हिंसा

Uddhav Thackeray’s statement on Nagpur Violence: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि यह हिंसा एक सुनियोजित हमला लगती है। उन्होंने कहा, “कुछ अफवाहें फैलाई गईं कि राज्य की शीतकालीन राजधानी नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन के दौरान धार्मिक श्लोक जलाए गए।”

Read Also: Chhattisgarh News: सुकमा के ग्रामीणों ने पहली बार किया राजधानी रायपुर का भ्रमण, विधानसभा कार्यवाही देखकर हुए उत्साहित 

बहरहाल नागपुर हिंसा को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है और भाजपा व विपक्षी दलों के बीच बयानों की जंग जारी है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या हिंसा के पीछे किसी संगठित साजिश का खुलासा होता है।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown