मुंबई, सात जून (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अप्रैल में मुंबई के निकट खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के बाद 14 लोगों की मौत हो जाने को लेकर बुधवार को राज्य सरकार की आलोचना की।
राकांपा प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि रिपोर्ट सौंपने में विलंब होने से लोग यह नहीं भूल जाएंगे कि ‘असंवेदनशीलता’ के चलते 14 बेकसूर लोगों की जान गई थी।
क्रास्टो ने कहा कि राज्य सरकार ने 16 अप्रैल को इस कार्यक्रम के आयोजन के बाद हुई मौतों के कारणों की जांच के लिए एकसदस्यीय समिति गठित की है, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) नितिन करीर शामिल हैं।
घटना के चार दिन बाद समिति गठित की गई थी और इसे एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी।
उल्लेखनीय है कि खारघर में, एक खुले मैदान में आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में काफी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता अप्पासाहेब धर्माधिकारी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह पुरस्कार प्रदान किया था।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे।
क्रास्टो ने सवाल किया, ‘‘दो महीने हो गये हैं लेकिन रिपोर्ट अब तक नहीं सौंपी गई है। समिति ने और एक महीने का समय मांगा है। समय बढ़ाने की क्या जरूरत है।’’
राकांपा नेता ने कहा कि इस घटना से कई सवाल पैदा होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पहला, सवाल यह उठता है कि घटना सरकारी कार्यक्रम के दौरान हुई थी, ऐसे में एक सेवारत अधिकारी इसकी जांच कैसे कर सकते हैं।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार समय बिताना चाहती है ताकि लोग इस घटना को भूल जाएं।’’
क्रास्टो ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को और विलंब किये बगैर जांच पूरी करनी चाहिए और जवाबदेही तय करनी चाहिए।
भाषा सुभाष माधव
माधव
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