अभिभावकों ने नाबालिग के चाल-चलन को नजरअंदाज किया: पुणे दुर्घटना पर अजित पवार ने कहा |

अभिभावकों ने नाबालिग के चाल-चलन को नजरअंदाज किया: पुणे दुर्घटना पर अजित पवार ने कहा

अभिभावकों ने नाबालिग के चाल-चलन को नजरअंदाज किया: पुणे दुर्घटना पर अजित पवार ने कहा

:   Modified Date:  May 27, 2024 / 08:44 PM IST, Published Date : May 27, 2024/8:44 pm IST

मुंबई, 27 मई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को पुणे कार दुर्घटना में कथित रूप से शामिल नाबालिग के माता-पिता को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उन्होंने उसके चाल-चलन को अनदेखा किया जिसके कारण ही दो युवा पेशेवरों की मौत हो गई।

पुणे जिले के संरक्षक मंत्री पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की एक बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘पुणे दुर्घटना में नाबालिग का आचरण बेहद गैर-जिम्मेदाराना है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि नाबालिग के माता-पिता ने उसके चाल-चलन को नजरअंदाज कर दिया। नाबालिग सुधार गृह में है और उसके पिता तथा दादा को गिरफ्तार कर लिया गया है।’’

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को ‘‘पुणे, जलगांव और नागपुर की घटनाओं’’ में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

पुणे के बिल्डर विशाल अग्रवाल के नाबालिग बेटे द्वारा कथित तौर चलाई जा रही पोर्श कार से 19 मई को हुई दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों की मौत की घटना से से एक दिन पहले जलगांव में एक कार ने एक दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी थी, जिससे एक महिला और तीन बच्चों की मौत हो गई। इस कार में चार युवक सवार थे।

नागपुर में 24 मई को नशे में धुत होकर कार चला रहे एक व्यक्ति ने पैदल यात्रियों और दोपहिया वाहनों को टक्कर मार दी थी, जिसमें तीन महीने के बच्चे सहित सात लोग घायल हो गए थे।

सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने दावा किया था कि पोर्श दुर्घटना के बाद अजित पवार ने पुणे पुलिस आयुक्त को फोन किया था।

उनके दावे के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ‘‘एक जन प्रतिनिधि के रूप में हमें ऐसी दुर्घटनाओं के संबंध में कॉल आती हैं। मैंने पुलिस आयुक्त से कहा कि आरोपी एक अमीर परिवार से है और संभावना है कि पुलिस पर दबाव डाला जा सकता है। मैंने उनसे कहा कि वे किसी भी राजनीतिक दबाव के आगे न झुकें।’’

पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके समकक्ष देवेन्द्र फडणवीस पहले ही इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं।

पुणे दुर्घटना मामले में विपक्ष द्वारा राजनीतिक दबाव का आरोप लगाने के बारे में पवार ने कहा कि जब कोई विपक्ष में होता है तो वह हर जांच के पीछे राजनीतिक दबाव का आरोप लगाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘एक जिम्मेदार विधायक ने पुणे पुलिस आयुक्त पर शहर में बार संचालकों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। उन्हें सबूत देना चाहिए…अगर सबूत दिया गया है तो राज्य सरकार निश्चित रूप से इसकी जांच करेगी।’’

अपनी पार्टी के विधायक सुनील तिंगरे के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ‘‘तिंगरे ने खुद अपना रुख स्पष्ट किया है। बाद में वह पुणे में मुझसे मिले और अपना पक्ष रखा। मैंने पुलिस के शीर्ष अधिकारियों से जांच को कमजोर करने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों या चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।’’

तिंगरे कल्याणी नगर इलाके में दुर्घटना के कुछ घंटों बाद पुणे के येरवडा पुलिस थाने गए थे।

इस बीच, उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने नागपुर में कहा कि पुलिस पुणे कार दुर्घटना मामले की गहनता से जांच करेगी।

पुलिस ने इस मामले में रक्त के नमूनों में कथित गड़बड़ी और सबूतों को नष्ट करने के आरोप में सोमवार को ससून सामान्य अस्पताल के दो चिकित्सकों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।

भाषा खारी प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)