पुणे के गिरोहों ने मध्यप्रदेश के एक गांव से अवैध हथियार हासिल किए थे: महाराष्ट्र पुलिस
पुणे के गिरोहों ने मध्यप्रदेश के एक गांव से अवैध हथियार हासिल किए थे: महाराष्ट्र पुलिस
पुणे, 23 नवंबर (भाषा) पुणे पुलिस ने रविवार को एक बड़े अंतर-राज्यीय अवैध हथियार निर्माण और तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया और बताया कि शहर में सक्रिय ये गिरोह मध्यप्रदेश के उमरती गांव से हथियार प्राप्त करते थे।
पुलिस ने पुणे से लगभग 500 किलोमीटर दूर बड़वानी जिले के उमरती गांव में एक अभियान चलाया, जिसमें 36 लोगों को हिरासत में लिया गया और हथियारों का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया।
मध्यप्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त रूप से चलाए गए इस अभियान में उन 50 भट्टियों को नष्ट कर दिया गया, जहां अवैध रूप से हथियार बनाए जा रहे थे।
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने पत्रकारों को बताया, “15 दिन पहले हमने उन जगहों को नष्ट करने का फैसला किया था, जहां पिस्तौलें बनाई जाती थीं और उन कारखानों को भी नष्ट करने का फैसला किया था जहां से पुणे और राज्य के अन्य हिस्सों में हथियारों की तस्करी की जाती थी। हमें जानकारी मिली थी कि उमरती के लोग भी हथियारों के अवैध निर्माण में सहयोग करते हैं और उनसे जवाबी कार्रवाई का खतरा था। लेकिन हम पूरी तरह तैयार थे।”
उन्होंने बताया कि आरोपियों पर विभिन्न मामलों में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाए जाएंगे।
कुमार ने बताया, “जांच में पता चला कि पुणे में सक्रिय गिरोह उमरती से हथियार खरीदते थे, जो अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात है। यह भी पता चला कि गैंगस्टर शरद मोहोल को गोली मारने के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी इसी गांव से मंगवाई गई थी। पुणे के कई गिरोहों के इस गांव से संबंध हैं और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने बताया कि इस अभियान में शामिल पुलिसकर्मियों को उनके प्रदर्शन के लिए 10,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सोमय मुंडे के नेतृत्व में पुणे के 105 पुलिसकर्मियों की एक टीम इस अभियान में शामिल थी।
पिछले तीन सप्ताह में पुणे में 21 पिस्तौलें जब्त की गईं।
अधिकारी ने बताया कि शहर में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि पुणे लाए गए हथियार मध्यप्रदेश से लाए गए थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने पहले बताया था कि इस अभियान की योजना बनाकर उसे अंजाम दिया गया।
उन्होंने बताया, “हथियारों की तस्करी की पूरी श्रंखला है। इन हथियारों को पुणे भेजने वालों की तलाश जारी है। इस गिरोह में कई और लोग शामिल हैं और पूछताछ अभी जारी है।”
भाषा जितेंद्र नरेश
नरेश

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