पुणे दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामला: तीन लोगों को 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया

पुणे दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामला: तीन लोगों को 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया

पुणे दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामला: तीन लोगों को 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया
Modified Date: May 26, 2025 / 07:02 pm IST
Published Date: May 26, 2025 7:02 pm IST

पुणे, 26 मई (भाषा) पुणे की एक अदालत ने वैष्णवी हगवणे दहेज उत्पीड़न-आत्महत्या मामले में तीन आरोपियों को सोमवार को 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) से निष्कासित नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी ने 16 मई को पिंपरी चिंचवाड़ के बावधन में अपने ससुराल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

उसके परिजनों ने दावा किया है कि उसके पति के परिवार द्वारा दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया जाता था, जिसमें जमीन खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये की मांग भी शामिल थी।

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अदालत ने वैष्णवी के पति शशांक हगवणे, सास लता राजेंद्र हगवणे और ननद करिश्मा हगवणे को 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

इस मामले में उसके ससुर राजेंद्र हगवणे और साले सुशील हगवणे को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अदालत को बताया कि वैष्णवी के शरीर पर 29 घाव पाए गए।

पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियार अब तक जब्त नहीं किए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि वैष्णवी के पिता अनिल कासपाटे को बंदूक से कथित रूप से धमकाने वाला नीलेश चव्हाण फरार है और हगवणे परिवार के साथ चव्हाण के संबंधों को स्थापित करने की जरूरत है।

भाषा नोमान माधव

माधव


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