सांगली, 25 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विश्वजीत कदम ने एक ‘साजिश’ के तहत सांगली लोकसभा सीट छीनने के लिए सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) की बृहस्पतिवार को आलोचना की और कहा कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस बारे में ध्यान नहीं दिया कि सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान क्या चल रहा था।
कांग्रेस इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) ने एकतरफा फैसला करते हुए पहलवान चंद्रहार पाटिल को यहां से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसके फलस्वरूप कांग्रेस के विशाल पाटिल ने निर्दलीय के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया।
क्षेत्र के पलुस कडेगांव से कांग्रेस विधायक कदम ने कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान शिवसेना (यूबीटी) को किसी मदद की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
कदम ने यहां पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि सांगली सीट कांग्रेस के खाते में आए और उन्होंने जिले में पार्टी में गुटबाजी खत्म कर दी थी।
उन्होंने दावा किया कि पार्टी के दिग्गज दिवंगत नेता वसंतदादा पाटिल के पौत्र विशाल पाटिल को सांगली लोकसभा सीट के लिए जिला कांग्रेस द्वारा सर्वसम्मति से चुना गया था और उनके नाम का राज्य नेतृत्व ने भी समर्थन किया था।
कदम ने सवाल किया, ‘जब एक पहलवान को गठबंधन सहयोगी द्वारा शामिल किया गया तो हमें संदेह हुआ कि कुछ गलत होने वाला है। फिर उद्धव ठाकरे यहां आए और अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी। क्या गठबंधन में ऐसा होता है।’
उन्होंने दावा किया, ‘गतिरोध को दूर करने के लिए, मैंने शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस से वचन लिया कि विशाल पाटिल को राज्यसभा के लिए नामित किया जाएगा और अगले आम चुनाव में सांगली सीट कांग्रेस को मिलेगी। मैंने विशाल पाटिल से निर्दलीय के रूप में चुनाव नहीं लड़ने को कहा था।’’
कदम ने बैठक में मौजूद महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से कहा कि सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान क्या चल रहा था, इस पर उनकी नजर नहीं थी।
कदम ने कहा, ”मैं आप सभी पर गठबंधन सहयोगी को सीट सौंपने का आरोप नहीं लगा रहा हूं, लेकिन आपको इस पर नजर रखनी चाहिए थी कि क्या चल रहा है।” उन्होंने कहा कि वह सांगली में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए काम करते रहेंगे।
इस अवसर पर पटोले ने सहमति व्यक्त की कि वह ‘साजिश में फंस गए’ लेकिन उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि ‘चक्रव्यूह’ से कैसे बाहर निकलना है। थोराट, पटोले और चव्हाण ने स्वीकार किया कि गठबंधन को बचाने के लिए यह सीट नहीं ली जा सकती।
पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने सांगली सीट पर महा विकास आघाडी की खातिर एक कदम पीछे लिया। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा को हराने का बड़ा लक्ष्य हासिल करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रीय पार्टी हैं। हम असहाय नहीं हैं। हमने बस एक कदम पीछे खींच लिया। देश में निराशाजनक स्थिति है जिसे ठीक करने की जरूरत है। सांगली में कांग्रेस कार्यकर्ता देश की खातिर एमवीए की जीत में योगदान देंगे।’
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस विशाल पाटिल के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, पटोले ने कहा कि वह दिल्ली को रिपोर्ट भेजेंगे और केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल ने पटोले, थोराट और पृथ्वीराज चव्हाण से मुलाकात की। कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेता सांगली लोकसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे पर हैं।
भाषा
अविनाश रंजन
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