मुंढवा जमीन सौदा मामले में शीतल तेजवानी गिरफ्तार

मुंढवा जमीन सौदा मामले में शीतल तेजवानी गिरफ्तार

मुंढवा जमीन सौदा मामले में शीतल तेजवानी गिरफ्तार
Modified Date: December 3, 2025 / 10:34 pm IST
Published Date: December 3, 2025 10:34 pm IST

पुणे, तीन दिसंबर (भाषा) पुणे पुलिस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार के स्वामित्व वाली कंपनी को मुंढवा क्षेत्र में सरकारी जमीन की विवादास्पद बिक्री से जुड़े मामले में आरोपी शीतल तेजवानी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।

इस हाई-प्रोफाइल मामले में यह पहली गिरफ्तारी है।

पुलिस उपायुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) विवेक मसल ने संवाददाताओं को बताया कि तेजवानी को खड़क थाने में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जिसमें अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी के साझेदार दिग्विजय पाटिल और निलंबित तहसीलदार सूर्यकांत येओले को भी आरोपी बनाया गया है।

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मसल ने कहा, “तेजवानी ने उस 40 एकड़ सरकारी जमीन के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर अमाडिया एंटरप्राइजेज के साथ अवैध रूप से बिक्री विलेख सौदा किया, जो भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण को पट्टे पर दी गई है।”

उन्होंने बताया कि तेजवानी को पहले भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था और पर्याप्त सबूत मिलने के बाद अंततः गिरफ्तार कर लिया गया।

जब मसल से पूछा गया कि क्या पार्थ पवार के रिश्ते के भाई और व्यापारिक साझेदार दिग्विजय पाटिल को गिरफ्तार किया जाएगा, उन्होंने कहा, “तेजवानी से पूछताछ और उसमें सामने आए अन्य नामों के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी।”

तेजवानी पर आरोप है कि उन्होंने 40 एकड़ जमीन को 300 करोड़ रुपये में पार्थ पवार और दिग्विजय पाटिल की कंपनी अमाडिया इंटरप्राइजेज एलएलपी को बेचने का सौदा किया। मगर हकीकत में यह जमीन सरकार की है, और सरकार ने भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण को पट्टे पर दे रखी है।

तेजवानी को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

पुलिस ने पिछले महीने तेजवानी से पूछताछ की थी।

तेजवानी के अलावा, पार्थ पवार के कारोबारी साझेदार दिग्विजय पाटिल और निलंबित तहसीलदार सूर्यकांत येओले मामले में आरोपी बनाया गया है। येओले ने भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण को बेदखली नोटिस जारी करके अपनी शक्ति का कथित तौर पर दुरुपयोग किया।

पुलिस ने इस बाबत धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और अन्य संबंधित अपराधों के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने पहले बताया था कि पार्थ पवार को आरोपी नहीं बनाया गया, क्योंकि उनका नाम बिक्री विलेख में नहीं है।

भाषा नोमान पारुल

पारुल


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