अक्षय तृतीया एक बहुत ही शुभ दिन है जो वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। (Image Credit: Freepik)
अक्षय तृतीया को एक बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। (Image Credit: Freepik)
इस दिन नए कार्य शुरू करना, सोना-चांदी खरीदना, दान-पुण्य करना आदि शुभ माना जाता है। (Image Credit: Freepik)
हिन्दू धर्म में इसे कई कारणों से मनाया जाता है, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण कारण हम आपको बताएंगे हैं। (Image Credit: Freepik)
1. त्रेता युग का आरंभ ऐसा माना जाता है कि इस दिन ही त्रेता युग का आरंभ हुआ था और त्रेता युग में भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप नें जन्म लिया था। (Image Credit: Freepik)
2. परशुराम का जन्म इसी दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम का जन्म हुआ था, इसलिए इसे परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। (Image Credit: Freepik)
3. अक्षय पात्र का दान भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को इस दिन अक्षय पात्र दिया था, जो कभी खाली नहीं होता है। (Image Credit: Freepik)
4. अक्षय फल मान्यता है कि इस दिन किए गए सभी शुभ कार्य अक्षय फल प्रदान करते हैं।(Image Credit: Freepik)
इसके साथ ही अक्षय तृतीया के दिन गुड्डे और गुड़िया की शादी कराई जाती है जो एक पुरानी परंपरा है। (Image Credit: Freepik)
माना जाता है कि इस दिन जिस भी जोड़े का विवाह होता है उनकी जोड़ी हमेशा बनी रहती है, साथ ही उनपर भगवान का आशिर्वाद बना रहता है। (Image Credit: Freepik)