Champat Rai Video: क्या वाकई BJP ने राम मंदिर के लिए नहीं दिया था राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को न्यौता?.. ट्रस्ट ने किया यह बड़ा खुलासा, आप भी सुनें..
चम्पत राय ने आगे लिखा, 'तीन मास पूर्व सम्पन्न हुए कार्यक्रम के बारे में तथ्यों की खोज बीन किए बिना ही असत्य, निराधार व भ्रामक भाषण समाज में भेदभाव पैदा कर सकता है। भाषण के ये अंश हमारे लिए गम्भीर आपत्ति जनक हैं।'
President draupadi murmu ram mandir invitation
अयोध्या: कांग्रेस की तरफ से अक्सर सवाल उठाया जाता रहा हैं कि जनवरी महीने में अयोध्या में हुए राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल नहीं हुई थी। (President draupadi murmu ram mandir invitation) कांग्रेस का सीधा आरोप था कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने जातीय घृणा के चलते आदिवासी महिला राष्ट्रपति को इस समारोह में शामिल होने नहीं दिया गया था, उन्हें न्यौता नहीं दिया गया था। राहुल गाँधी समेत कांग्रेस के प्रवक्ता कई दफे इस मसले पर भाजपा से सवाल पूछ चुके हैं. वही राष्ट्रपति और राम मंदिर से जुड़े इस मामले पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय ने एक वीडियों जारी किया हैं। साथ ही कांग्रेस के इस सवाल पर अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई हैं।
चम्पत राय ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘मैं उनको स्मरण कराना चाहूँगा कि महान भारत की राष्ट्रपति महोदया आदरणीया द्रोपदी मूर्मू जी एवं पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी, दोनों को प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर आमन्त्रित किया गया था। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समाज से जुड़े हुए संत महापुरुष , गृहस्थजन और जीवन के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में यश प्राप्त करने वाले, भारत का गौरव बढ़ाने वाले सज्जनों को आमंत्रित किया गया था।
अपने सिलसिलेवार किये गये ट्वीट में चम्पत राय ने आगे लिखा कि, इस पावन अवसर पर मंदिर में सेवारत श्रमिक, अल्पसंख्यक भी उपस्थित रहे, और केवल इतना ही नही, प्राण प्रतिष्ठा पूजन विधि के समय मंदिर के गूढ़ मण्डप में अनुसूचित जाति, (President draupadi murmu ram mandir invitation) जनजाति व अति पिछड़ा वर्ग के गृहस्थों को पूजन करने का अवसर भी मिला।
चम्पत राय ने आगे लिखा, ‘तीन मास पूर्व सम्पन्न हुए कार्यक्रम के बारे में तथ्यों की खोज बीन किए बिना ही असत्य, निराधार व भ्रामक भाषण समाज में भेदभाव पैदा कर सकता है। भाषण के ये अंश हमारे लिए गम्भीर आपत्ति जनक हैं।’
श्री राहुल गांधी का यह भाषण कि “श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में भारत की माननीय राष्ट्रपति महोदया को आदिवासी होने के कारण आमंत्रित नहीं किया गया”, पूर्णतः असत्य, निराधार व भ्रामक है। pic.twitter.com/r0fdvwcHEL
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) April 30, 2024
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