Akshaya Tritiya 2025 Subh Muhurat/ Image Source: Freepik
Akshaya Tritiya 2025 Subh Muhurat: हिंदू धर्म में हर तीज-त्योहार, तिथि, पर्व, ग्रहों के राशि परिवर्तन का खास महत्व होता है। इन्ही में से एक है अक्षय तृतीया। यह दिन विभिन्न शुभ कार्यों को करने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। यह दिन आखा तीज और अक्ती के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया का दिन सालभर की शुभ तिथियों की श्रेणी में आता है। ऐसे में इस दिन कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य किया जा सकता है। इस साल अक्षय तृतीया का त्यौहार 30 अप्रैल, बुधवार को पड़ रहा है। वहीं, इस बार 84 साल बाद चतुग्रही और नौ योगों का महासंगम बन रहा है।
ऐसे में आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और उपाय के बारे में..
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि अक्षय तृतीया मनाई जाती है। उदयातिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया 30 अप्रैल, बुधवार को ही मनाई जाएगी। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इस दिन सोना खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। 30 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक सोना खरीदना सबसे अच्छा मुहूर्त माना जा रहा है।
अक्षय तृतीया के दिन सुबह जल्दी उठें, स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
इसके बाद, भगवान लक्ष्मीनारायण के चित्र या मूर्ति लें और उन्हें स्थापित करें फिर पूजा शुरू करें।
श्री हरि को चंदन और मां लक्ष्मी को कुमकुम का तिलक करें। विष्णु जी को पीले फूल और मां लक्ष्मी को कमल के फूल चढ़ाएं।
इसके बाद जौ, गेहूं, सत्तू, ककड़ी, चने की दाल गुड़ आदि का भोग लगाएं।
अब, आप लक्ष्मीनारायण जी की कथा पढ़े और अंत में आरती करें।
इस दिन ब्राह्मणों को भोजन करा सकते हैं और निर्धन लोगों को दान करें।
अक्षय तृतीया के दिन दान करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और पितरों के नाम का तर्पण, श्राद्ध और दान अवश्य करें। इसके अलावा मिट्टी का घड़ा, दही, दूध, चावल, सत्तू, खीर, श्रृंगार का सामान आदि चीजों का दान अवश्य करें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति होती है और सभी तरह के पापों से मुक्ति भी मिलती है। क्षय तृतीया के दिन सुबह चौखट पर हल्दी का पानी डालें। इसके बाद केसर व हल्दी से माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर खीर का भोग अवश्य लगाएं। ऐसा करने से आर्थिक परेशानियां धीरे धीरे दूर हो जाती हैं और माता लक्ष्मी की कृपा से नौकरी व कारोबार में अच्छी वृद्धि भी होती है।